अखिलेश के घुटने का हुआ एमआरआइ
हाईकोर्ट के निर्देश पर देवघर के निजी िक्लनिक में गैंगस्टर का एक्स-रे भी हुआ देवघर : हाईकोर्ट के निर्देश के बाद गैंगस्टर अखिलेश सिंह को बुधवार की सुबह केंद्रीय कारा दुमका से भारी सुरक्षा के बीच इलाज के लिए देवघर लाया गया. देवघर के बाजला कॉलेज के पास डॉ अविनाश कुमार सिंह के निजी क्लीनिक […]
हाईकोर्ट के निर्देश पर देवघर के निजी िक्लनिक में गैंगस्टर का एक्स-रे भी हुआ
देवघर : हाईकोर्ट के निर्देश के बाद गैंगस्टर अखिलेश सिंह को बुधवार की सुबह केंद्रीय कारा दुमका से भारी सुरक्षा के बीच इलाज के लिए देवघर लाया गया. देवघर के बाजला कॉलेज के पास डॉ अविनाश कुमार सिंह के निजी क्लीनिक में उसके घुटने का एमआरआइ कराया गया. सदर अस्पताल के डॉ मनीष लाल ने रिम्स की अोर से जारी गाइडलाइन को फॉलो करते हुए जांच की पूरी प्रक्रिया निभायी. इस दौरान डॉक्टरों के परामर्श पर उसके घुटनों का एक्स-रे भी कराया गया.
इस दौरान दुमका से बतौर मजिस्ट्रेट दुमका डीआरडीए निदेशक दिलेश्वर महतो, डीएसपी अशोक कुमार सिंह, डीएसपी श्रीराम सामरा व दो दर्जन से अधिक संख्या में पुलिस बल देवघर पहुंचे थे. अखिलेश पर 56 मामले हैं दर्ज. 11 अक्तूबर को एनकाउंटर के बाद गुरुग्राम में पकड़े गये अखिलेश सिंह पर 56 आपराधिक मामले दर्ज हैं और वह 29 नवंबर से दुमका केंद्रीय कारागार में बंद है. इससे पहले उसको घाघीडीह जेल में रखा गया था.
चार थाने के प्रभारी सुरक्षा में लगाये गये थे. मौके पर देवघर एसडीपीओ दीपक पांडेय, मंडल कारा के जेल अधीक्षक कुमार चंद्रशेखर के अलावा नगर थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर बिनोद कुमार, जसीडीह थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर श्याम किशोर महतो, कुंडा थाना प्रभारी राजीव रंजन, मोहनपुर थाना प्रभारी दीपक कुमार, एएसआइ रामानुज सिंह, एएसआइ मदन जायसवाल, एएसआइ अोम प्रकाश सहित तीन दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मी सुरक्षा को लेकर तैनात किया गये थे.
नर्सिंग होम के आसपास का इलाका था सील
अखिलेश सिंह के जांच के दौरान नर्सिंग होम के आसपास के इलाके को पुलिस ने सील कर दिया था. इस दौरान नर्सिंग होम सहित आसपास के कई घरों की छतों पर पुलिसकर्मियों को हथियार के साथ तैनात किया गया था.
तीन घंटे चली प्रक्रिया
लगभग तीन घंटे तक चली जांच केबाद डॉक्टरों के निर्देश व आवश्यक दवाई देने के बाद पुेन: अखिलेश सिंह को पुलिस वापस दुमका ले कर चली गयी. बताया जाता है कि अखिलेश के घुटने में जहां गोली लगी थी, उस जगह का घाव अब तक भरा नहीं है. वह दर्द से तकलीफ में है, उसी घाव का एमआरआइ हुआ.