झारखंड : जापान में इतिहास रचता देवघर का सौरभ शांडिल्य
विजय बहादुर कुछ साल पहले देवघर का एक प्रतिभावान छात्र वहां से निकलता है, बीएचयू में पढ़ाई करता है. टाटा इस्टीट्यूट अॉफ फंडामेंटल रिसर्च में शाेध छात्र के ताैर पर नामित हाेता है, फिर अमेरिका के यूनिवर्सिटी अॉफ सिनसिनाटी में कार्य करता है. इसके बाद जापान में बेल्ल फर्स्ट एंड सेकेंड प्रयाेग में हिस्सा बनता […]
विजय बहादुर
कुछ साल पहले देवघर का एक प्रतिभावान छात्र वहां से निकलता है, बीएचयू में पढ़ाई करता है. टाटा इस्टीट्यूट अॉफ फंडामेंटल रिसर्च में शाेध छात्र के ताैर पर नामित हाेता है, फिर अमेरिका के यूनिवर्सिटी अॉफ सिनसिनाटी में कार्य करता है. इसके बाद जापान में बेल्ल फर्स्ट एंड सेकेंड प्रयाेग में हिस्सा बनता है.
किसी छात्र का यह बायाेडाटा यह बताने के लिए काफी है कि उस छात्र में कितनी प्रतिभा है. ताे जानिए इस छात्र काे. इसका नाम है साैरभ शांडिल्य. आज साैरभ जापान में न सिर्फ देवघर का नाम राैशन कर रहा है बल्कि झारखंड आैर भारत के लिए गाैरवपूर्ण अध्याय लिख रहा है.
पिता बैंक में थे. बहन गणितज्ञ है. साैरभ पर कभी परिवार की आेर से काेई दबाव नहीं दिया गया. इसका नतीजा है कि उसकी जन्मजात प्रतिभा निखरती गयी. साैरभ ने काफी प्रयाेग किये.जिस विषय पर साैरभ ने काम किया, उसी विषय पर काम करने के लिए वैज्ञानिकाें काे नाेबल पुरस्कार मिल चुका है.