कासगंज को भूलिए, देवघर की नाजिनी को याद रखिए

नीरज चौधरी देवघर : जहां गणतंत्र दिवस पर उत्तर प्रदेश के कासगंज में तिरंगा यात्रा के दौरान हुए सांप्रदायिक हिंसा ने देश की छवि को खराब किया, वहीं देवघर के प्रसिद्ध शिव-बरात (एक धार्मिक यात्रा) को सजाने-संवारने में पूरी तमन्यता के साथ जुड़ीं है नाजिनी. यूं कहें कि नाजिनी देवघर की पुरानी कौमी एकता को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 5, 2018 3:40 AM
नीरज चौधरी
देवघर : जहां गणतंत्र दिवस पर उत्तर प्रदेश के कासगंज में तिरंगा यात्रा के दौरान हुए सांप्रदायिक हिंसा ने देश की छवि को खराब किया, वहीं देवघर के प्रसिद्ध शिव-बरात (एक धार्मिक यात्रा) को सजाने-संवारने में पूरी तमन्यता के साथ जुड़ीं है नाजिनी. यूं कहें कि नाजिनी देवघर की पुरानी कौमी एकता को मजबूती प्रदान कर रही हैं.
मुसलिम समुदाय से ताल्लुक रखनेवाली नाजिनी का कला के प्रति काफी रुझान है. मार्कण्डेय झा उर्फ पुटरूजी से कला की बारीकियों की सीखती हैं. आज अपने गुरु के साथ दिनरात सेवा में लगी हैं ताकि देवघर की शिव-बरात आकर्षक निकले. कहीं से कोई कमी न रह जाये. इसको लेकर दिनभर अपने काम में लगी हुई हैं. योगदान दे रही हैं.

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