सीआरपीएफ उपकमांडेंट की पत्नी से मांगा एटीएम पिन, 40 हजार ठगे
पालोजोरी : पलामू सीआरपीएफ के उपकमाडेंट की पत्नी से साइबर ठगी के मामले में पलामू पुलिस शुक्रवार को पालोजोरी पहुंची. स्थानीय पुलिस की मदद से साइबर अपराधी की तलाश में कई गांवों में छापेमारी की. पलामू पुलिस ने बताया कि जिले में सीआरपीएफ 112वीं बटालियन में उपकमांडेंट के पद पर कार्यरत रवि रंजन की पत्नी […]
पालोजोरी : पलामू सीआरपीएफ के उपकमाडेंट की पत्नी से साइबर ठगी के मामले में पलामू पुलिस शुक्रवार को पालोजोरी पहुंची. स्थानीय पुलिस की मदद से साइबर अपराधी की तलाश में कई गांवों में छापेमारी की. पलामू पुलिस ने बताया कि जिले में सीआरपीएफ 112वीं बटालियन में उपकमांडेंट के पद पर कार्यरत रवि रंजन की पत्नी को झांसा देकर उनके खाते से दो बार में 40 हजार रुपये की ठगी कर ली थी़ उपकमांडेंट रवि रंजन ने पलामू शहर थाना में मामला दर्ज कराया था़ इसी मामले में पलामू शहर थाना के एसआइ राम राय मुर्मू व कांस्टेबल संजय कुमार पालोजोरी पहुंचे थे़
इस मामले में सीआइएसएफ द्वारा उपलब्ध कराये गये कागजातों के आधार पर ही पुलिस आरोपित तक पहुंच सकी. हालांकि गोपनीयता का हवाला देकर पुलिस ने आरोपित के बारे में कुछ भी बताने से इन्कार किया है.
शुक्रवार को सीआइएसएफ के एएसआइ मनोज कुमार दुबे व कांस्टेबल विवेक कुमार व सुशील कुमार भी कागजात के साथ जांच में पहुंचे थे.
सूत्रों के अनुसार पुलिस थाना क्षेत्र के एक गांव से कुछ युवकों को इस मामले में पकड़ा है़ युवकों की गिरफ्तारी की अाधिकारिक पुष्टि थाना प्रभारी द्वारा नहीं की गयी है़
खुद को बताया ऑनलाइन शॉपिंग एजेंट, रिफंड का दिया झांसा
13 फरवरी को उनकी पत्नी के नंबर पर फोन कर एक अज्ञात ने खुद को एक ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी का एजेंट बताया. उसने कहा कि 20 जनवरी को किये गये शॉपिंग के एवज में कुछ राशि रिफंड करनी है. ठग ने राशि वापस करने के लिए एटीएम कार्ड का नंबर मांगा जिसे बताने पर ओटीपी पूछा. फिर 19 हजार 999 रुपया खाते से निकाल लिये. पत्नी काे इसका पता नहीं चला. 15 फरवरी को दोबारा फोन कर इस बार एटीएम कार्ड का नंबर लिंक नहीं हाेने के कारण राशि रिफंड नहीं हो पाने की बात कही व दूसरे कार्ड का नंबर मांगा. दूसरे कार्ड का नंबर व ओटीपी बताने पर फिर 19 हजार 999 रुपये निकाल लिये.
प्रभात सुझाव
प्रभात खबर लोगों से अपील करती है कि कभी भी किसी शख्स को अपने एटीएम कार्ड का सीरियल नंबर, सीवीवी नंबर व मोबाइल पर आये ओटीपी नंबर ना दें, चाहे वह खुद को बैंक अधिकारी भी क्यों ना बताये. आपकी एक लापरवाही या गलती से आपके खाते से जमा पूंजी खत्म हो सकती है. बैंक भी अपने ग्राहकों से कभी ये गोपनीय जानकारी नहीं मांगता.