पक्के मकान की आस में कच्चा घर भी गंवाया, अब झोपड़ी में रहने की मजबूरी
नये आवास बनाने के लिए तोड़ दिया कच्चा मकान एक किश्त के बाद नहीं मिली है दूसरी राशि आठ माह से कर रही दूसरे किस्त का इंतजार देवघर : नगर निगम क्षेत्र के वार्ड-17 निवासी छठी देवी के साथ कहावत न माया मिली न राम चरितार्थ हो रही है. अपना पक्का मकान होने की आस […]
नये आवास बनाने के लिए तोड़ दिया कच्चा मकान
एक किश्त के बाद नहीं मिली है दूसरी राशि
आठ माह से कर रही दूसरे किस्त का इंतजार
देवघर : नगर निगम क्षेत्र के वार्ड-17 निवासी छठी देवी के साथ कहावत न माया मिली न राम चरितार्थ हो रही है. अपना पक्का मकान होने की आस में उन्होंने पुराना मकान तोड़ दिया और अब झोपड़ी में रहने को मजबूर है.
वह पिछले आठ माह से प्लास्टिक के छप्पर के नीचे किसी तरह अपने पति नारंगी महथा के साथ दिन काट रही है. दरअसल, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उसका चयन किया गया है. योजना के तहत आठ माह पहले आवास की पहली किस्त के रूप में उसे 45 हजार रुपये मिले. इसके बाद उन्होंने अपना कच्चा मकान तोड़ कर पक्के मकान के लिए नींव खुदाई के बाद पिलिंथ तक निर्माण कार्य करा लिया. अब दूसरे फेज का कार्य पिलिंथ से लिलटन तक निर्माण के लिए अग्रिम राशि 67,500 रुपये उसे नहीं दी जा रही है.
जबकि मुहल्ले के अन्य लोगों को तीन से चार किस्तें मिल चुकी हैं. दूसरी किस्त के लिए छठी देवी निगम का चक्कर काटते-काटते थक गयी है. महीनों बीत जाने से उसकी हिम्मत भी जवाब देने लगी है और पक्के मकान का सपना टूटने लगा है. अब छठी देवी अपने पति के साथ किसी तरह प्लास्टिक के छप्पर के नीचे गुजर-बसर कर रही है. वह पढ़ी-लिखी नहीं है. निगम जाने पर उसे कुछ भी कह कर घर भेज दिया जाता है.
निगम की दोहरी नीति
नगर निगम प्रधानमंत्री आवास योजना में दोहरी नीति अपना रही है. पैसे लेकर मकान नहीं बनानेवाले पर निगम केस दर्ज कर रही है, जबकि आठ माह से दूसरे फेज का पैसा नहीं देने वाले अधिकारी पर कार्रवाई मामले में निगम प्रशासन चुप्पी साध लेती है.
कहती हैं लाभुक
छठी देवी ने कहा कि निगम जाने पर कंप्यूटर पर काम करने वाले साहब कहते हैं कि पैसा नहीं आया है. पैसा आयेगा तो खाता में चला जायेगा. हमारे मुहल्ले के लोगों को तीन-चार किस्त का पैसा मिल गया. उनलोगों का घर बन कर तैयार हो गया है. हमें ही पैसा नहीं मिल रहा है. उनकी सुधि कोई नहीं ले रहा है.
क्या है नियम
एग्रीमेंट होते के 240 दिनों के अंदर गृह प्रवेश हो जाना है. इसमें क्रमश: चार किस्तों में सभी कार्य पूरा करना है.
कब व कितना देना है लाभुक को राशि
नींव खुदाई के बाद पिलिंथ तक निर्माण के लिए 45000 रुपये
पिलिंथ से लिलटन निर्माण के लिए 67,500 रुपये
लिलटन से छत तक निर्माण के लिए 45000 रुपये
आवास के फिनिसिंग कार्य के लिए 67000 रुपये
240 दिनों में करना है पूरा
प्रधानमंत्री आवास में लाभुक को 240 दिनों में काम पूरा करना है. यह एग्रीमेंट के साथ समय-सीमा शुरू हो जाती है.
कितनी है राशि
योजना का कुल लागत-3.62 लाख
सरकार का अंशदान-2.25
शेष राशि लाभुक को खुद लगाना होगा
इन्हें भी नहीं मिला है दूसरी किस्त का पैसा
वार्ड 17 में छठी देवी के अलावा झुमिया देवी, सुदामी देवी, धर्मेंद्र कुमार, फूलवा देवी का भी हाल यही है. किसी को दूसरा किस्त का पैसा नहीं मिला है.