देवघर : कृषि विभाग(भूमि संरक्षण) से दो वर्ष पहले अभियान के तहत शुरू किये 4800 डोभा में 770 आज भी अधूरा है. भूमि संरक्षण से जिले के किसानों का चयन कर उनके बैंक खाते में एडवांस राशि देकर डोभा का निर्माण कराया गया था. किसानों द्वारा जेसीबी मशीन से डोभा खुदवायी गयी थी, लेकिन पैसे का भुगतान नियमित नहीं रहने से 770 डोभा का काम लटक गया है. अधूरे डोभा को पूर्ण करने के लिए दो वर्षों से विभाग द्वारा 60 लाख रुपये का डिमांड मुख्यालय से बार-बार किया जा रहा है.
बावजूद भुगतान नहीं हुआ. मार्च में भी योजना मद में आवंटन के मुकाबले केवल 15 फीसदी ही राशि निकासी की अनुमति दिये जाने से पूर्ण भुगतान फिर से अटक गया है. मार्च में वित्त विभाग ने 15 फीसदी से अधिक राशि निकासी करने की अनुमति नहीं दी है. अब ऐसी परिस्थिति में अधूरे डोभा से किसानों की जमीन भी बेकार हो गयी है
और उपयोग भी नहीं हो पा रहा है. अगर, बरसात से पहले यह डोभा पूरा कर लिया जाये तो जल संरक्षण के लिए उपयोगी भी साबित हो सकता है. किसान अधूरे डोभा का काम पूरा करने के लिए प्रखंड कृषि पदाधिकारी से लेकर भूमि संरक्षण कार्यालय में चक्कर लगा रहे हैं.