अपहरणकर्ताओं के चंगुल से भाग कर चितरंजन जीआरपी के पास पहुंचा सुिमत

देवघर/मिहिजाम : रिखिया थाना क्षेत्र के बलसरा चिरोडीह निवासी इंटर का छात्र सुमित कुमार सिन्हा गुरुवार शाम चितरंजन रेलवे स्टेशन में जीआरपी को मिला. सुमित सुरक्षित जीआरपी की कस्टडी में है. सुमित के मिलने की सूचना उनके परिजनों को भी जीआरपीके द्वारा दी गयी है. सुमित के भाई नीरज परिजनों के साथ उसे लाने के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 13, 2018 6:22 AM

देवघर/मिहिजाम : रिखिया थाना क्षेत्र के बलसरा चिरोडीह निवासी इंटर का छात्र सुमित कुमार सिन्हा गुरुवार शाम चितरंजन रेलवे स्टेशन में जीआरपी को मिला. सुमित सुरक्षित जीआरपी की कस्टडी में है. सुमित के मिलने की सूचना उनके परिजनों को भी जीआरपीके द्वारा दी गयी है. सुमित के भाई नीरज परिजनों के साथ उसे लाने के लिए रात में ही चितरंजन रवाना हो गये.

सुमित ने जीआरपी को बताया कि आठ अप्रैल की रात वह पास के दुकान से दवा लाने निकला था, दवा नहीं मिलने पर एक बाइक सवार ने रिखिया रोड से ही उसे अपने साथ बाइक में बैठा लिया. बाइक सवार ने कहा कि वह दवा आगे की दुकान से दिलवा देगा. इस दौरान सुमित ने कहा कि वह अपनी मम्मी को नहीं बताया है, देर हो जायेगी. लेकिन बाइक सवार ने जल्द लौट आने की बात कह कर सुमित को अपने साथ शिवगंगा के इलाके में एक घर में ले गया.

बाइक सवार ने सुमित को अपने घर में चाय पिलाया, जिसके बाद सुमित बेहोश हो गया. दूसरे दिन सुमित को जब होश आया तो वह दूसरे जगह पर था. इस क्रम में दो युवकों ने सुमित को भोजन दिया व खाने से मना करने पर उसके साथ मारपीट भी की गयी. डर से सुमित ने जैसे ही भोजन किया, वह फिर बेहोश हो गया. तीन दिनों तक अनजान जगह पर सुमित काे दो टाइम भोजन दिया जाता था, जिसे खाने के बाद वह बेहोश जाता था. गुरुवार को एक ओमनी कार से सुमित को चार युवक पिस्टल सटाकर मिहिजाम इलाके से ले जा रहे थे, तभी चितरंजन रेलवे फाटक के पास दो युवक पेशाब करने कार से नीचे उतरे. कार में केवल ड्राइवर व एक युवक सुमित का मुंह दाबकर लिटाये हुए था. इस दौरान सुमित ने उक्त युवक को धक्का दिया व मुंह पर बोतल मारकार किसी तरह दौड़ कर चितरंजन रेलवे स्टेशन में जीआरपी के पास पहुंचा व अपने अपहरण होने की पूरी जानकारी दी.

कौन है सुमित
बलसरा चिरोडीह निवासी सुमित ने नयी-नयी जुगाड़ तकनीक से कई मशीनें बनायी थी. मोबाइल से बिजली कंट्रोल के लिए पावर चिप, ड्रोन कैमरा, लेजर लाइट सिक्यूरिटी सिस्टम आदि का निर्माण उसने जुगाड़ तकनीक से किया था. सुमित ने चितरंजन जीआरपी को बताया कि जिस लड़के ने उसे रिखिया रोड से बाइक पर बैठा कर साथ ले गया था, उसे वह पहचानता है. जीआरपी सुमित के बयान पर अपनी प्रक्रिया पूरी करने में लगी है.

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