10 वर्षों में कांवरिया पथ पर बिछा दिया गया 2.33 करोड़ का बालू

देवघर : श्रावणी मेला में कांवरियों की सुविधा के लिए देवघर-सुल्तानगंज कांवरिया पथ पर दुम्मा से खिजुरिया तक पिछले 10 वर्षों में 2.33 करोड़ रुपये का बालू बिछा दिया गया. वर्ष 2007 से 2017 तक कांवरिया पथ में यह 2.33 करोड़ रुपये बालू के नाम पर ठेकेदारों को भुगतान कर दिया गया. महज आठ किलोमीटर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 27, 2018 7:08 AM
देवघर : श्रावणी मेला में कांवरियों की सुविधा के लिए देवघर-सुल्तानगंज कांवरिया पथ पर दुम्मा से खिजुरिया तक पिछले 10 वर्षों में 2.33 करोड़ रुपये का बालू बिछा दिया गया. वर्ष 2007 से 2017 तक कांवरिया पथ में यह 2.33 करोड़ रुपये बालू के नाम पर ठेकेदारों को भुगतान कर दिया गया.
महज आठ किलोमीटर दूरी के इस रास्ते में प्रत्येक वर्ष दो से चार लाख रुपये बालू के प्राक्कलन में बढ़ा दिया जाता है. इस वर्ष भी श्रावणी मेला से पहले दुम्मा से खिजुरिया तक 40 लाख रुपये का बालू बिछाया जायेगा. पथ निर्माण विभाग से इसकी स्वीकृति दी जा चुकी है. पहले विभागीय स्तर पर बालू बिछाने का कार्य होता था, लेकिन 2011 से अलग-अलग विभाग बदलकर बालू का टेंडर निकाला जा रहा है. सात वर्षों के दौरान ग्रामीण विकास विभाग विशेष प्रमंडल, आरइओ, एनआरइपी, पथ निर्माण विभाग से टेंडर के जरिये बालू बिछाया गया. 10 वर्षों में सरकार ने कांवरियों की सुविधा के लिए 2.33 करोड़ रुपये सड़क पर बिछा दिये गये, लेकिन अबतक सरकार ने स्थायी व्यवस्था नहीं की.
दो माह भी नहीं टिकता लाखों का बालू
श्रावणी मेला शुरू होने से पहले प्रत्येक वर्ष कांवरिया पथ पर लाखों का बालू बिछाने का कार्य शुरू हो जाता है. शुरुआत में काम थोड़ा धीमा चलता है, लेकिन जैसे-जैसे मेला के उद्घाटन की तिथि नजदीक आती है, आनन-फानन में रात में बालू बिछा दिया जाता है. श्रावणी मेला के दौरान कांवरिये इस बालू में चलते हैं, लेकिन जैसे ही मेला समाप्त होता है दो माह के अंदर बालू गायब हो जाते हैं. कुछ हिस्से में बारिश से बालू बह भी जाते है, लेकिन अधिकांश हिस्से में कांवरिया पथ पर निर्मित गार्डवाल से बालू के बहाव को रोका जाता है.

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