देश के युवा व किसान हताश : नीरज शेखर

पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पुत्र सह राज्यसभा सांसद नीरज शेखर पहुंचे देवघर, कहा देवघर : भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के छोटे पुत्र सह राज्यसभा सांसद नीरज शेखर ने कहा कि देश की वर्तमान समस्या नौजवनों व किसानों की है. नौजवान पूरी तरह से उदासीन हो गये हैं. उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है. प्रधानमंत्री […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 5, 2018 9:16 AM
पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पुत्र सह राज्यसभा सांसद नीरज शेखर पहुंचे देवघर, कहा
देवघर : भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के छोटे पुत्र सह राज्यसभा सांसद नीरज शेखर ने कहा कि देश की वर्तमान समस्या नौजवनों व किसानों की है. नौजवान पूरी तरह से उदासीन हो गये हैं. उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है. प्रधानमंत्री ने भरोसा दिलाया था कि हर वर्ष दो करोड़ नौकरी देंगे.
अब बोल रहे हैं कि आप नौजवान पकौड़ा बेचो. सांसद निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए शुक्रवार की शाम देवघर पहुंचे थे. इनके साथ पूर्व सांसद विवेक गुप्ता भी साथ में थे. प्रभात खबर से बातचीत में सांसद ने बताया कि मैं मानता हूं कि पकौड़ा बेचना बिजनेस हैं, लेकिन मैंने सदन में भी पूछा था कि अगर पकौड़ा बेचने वाला अपनी सारी पूंजी लगाकर अपने बेेटे को डॉक्टर व इंजीनियर बनाता है.
उन्हें नौकरी नहीं मिले तो क्या वो भी बाप के बिजनेस वाली जगह पर खड़ा होकर पकौड़ा बेचना शुरू कर दें. पढ़ने-लिखने के बाद भी नौजवान कुंठा में रहे तो यह देश के लिए अच्छी बात नहीं है. किसान खेती करते हैं. फिर भी उनका लागत वसूल नहीं होती है. इस वजह से आज किसान आत्महत्या कर रहे हैं. सरकार की पॉलिसी जनहित में नहीं है.
देश से खत्म किया जा रहा उत्पादन
आज देश से उत्पादन खत्म किया जा रहा है. विदेशों से कम कीमत में सामान मिल रहे हैं.हमारा मूलधन नौजवान सेना है, लेकिन सरकार उनका इस्तेमाल ठीक प्रकार से नहीं कर रही हैं. कम से कम उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जाये, अन्यथा नौजवान गलत रास्ते पर चले जायेंगे. वर्ष 2014 के चुनाव के वक्त सरकार ने जो भी घोषणाएं की, वह आज तक पूरी नहीं हुई.
आज तक अच्छा एजुकेशन पॉलिसी नहीं लाया गया. आज कोई मंत्री काम नहीं कर रहे हैं. सभी काम पीएमओ से हो रहा है. सभी मंत्री सरकार की कठपुतली बन गयी है. मेरी व्यक्तिगत राय है कि देश के तमाम लोग सरकार की पॉलिसी से संतुष्ट नहीं है. फिर भी इन्हें ही वोट मिल रहा है. मेरा इवीएम पर संदेह है. यहां के लोग भावुकता में भी बह रहे हैं.

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