मोबाइल छीन कर भाग रहे युवकों को खदेड़ कर पकड़ा

ब्लू पल्सर पर सवार तीन युवक गिरफ्तार तीनों पर नगर थाने में एफआइआर की तैयारी मोबाइल छिनतई का मास्टरमाइंड है देवघर सेंट्रल जेल में रिखिया थाने की पुलिस ने उसे पकड़ा था, किंतु नहीं कर सकी पूछताछ देवघर : पुराना सारवां मोड़ पर बाइक सवार युवकों ने बावनबीघा मुहल्ला निवासी उदय नामक व्यक्ति की मोबाइल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 6, 2018 4:51 AM
ब्लू पल्सर पर सवार तीन युवक गिरफ्तार
तीनों पर नगर थाने में एफआइआर की तैयारी
मोबाइल छिनतई का मास्टरमाइंड है देवघर सेंट्रल जेल में
रिखिया थाने की पुलिस ने उसे पकड़ा था, किंतु नहीं कर सकी पूछताछ
देवघर : पुराना सारवां मोड़ पर बाइक सवार युवकों ने बावनबीघा मुहल्ला निवासी उदय नामक व्यक्ति की मोबाइल छीन कर भागने की कोशिश की. हो-हल्ला हुआ तो आसपास के लोगों ने बाइक सवारों को खदेड़ना शुरू किया.
इसी में चालक का संतुलन बिगड़ा और बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो गयी. मुख्य आरोपित भीड़ को चकमा देकर भाग गया, लेकिन दो युवक पकड़े गये. मामले की सूचना पाकर नगर थाने की पुलिस पहुंची तो लोगों ने उन दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया.
बाद में दोनों से पूछताछ के बाद नगर पुलिस ने एक नाबालिग लड़के को पकड़ा. हालांकि मुख्य आरोपित सद्दाम नहीं पकड़ा जा सका. बाद में मोबाइल मिल गया तो उदय निकल गया. इनलोगों के पास से पुलिस ने ब्लू पल्सर (जेएच 15 पी 0626) बरामद की है. पुलिस के अनुसार जब्त बाइक सद्दाम की ही है. समाचार लिखे जाने तक नगर थाने के पुलिस पदाधिकारी की शिकायत पर एफआइआर दर्ज किये जाने की तैयारी चल रही है.
ब्लू पल्सर कई दिनों से है चर्चा में :
सत्संग में मोबाइल पर बातचीत करते जा रही महिला के हाथ से तीन-चार दिन पहले मोबाइल की झपटमारी हुई थी. उस घटना में भी ब्लू पल्सर सवार युवकों द्वारा वारदात अंजाम देने की बात सामने आयी थी. इसके पूर्व भी दो-तीन मोबाइल छिनतई कांडों में भी इसी बाइक के उपयोग होने की जानकारी पुलिस को मिली थी.
जेल में बंद किंगपिन के इशारे पर होती है मोबाइल छिनतई
रिखिया थाने की पुलिस ने दो सप्ताह पूर्व हाट से मोबाइल उड़ाते एक युवक को पकड़ा था, जिसे कोर्ट के आदेश पर जेल भेजा गया था. पुलिस की मानें तो जेल में बंद उक्त आरोपित मोबाइल छिनतई करने वाले गिरोह का किंगपिन है.
उसी के इशारे पर मोबाइल झपटमारी की जा रही है. पुलिस की मानें तो शहर में वह कहीं कमरा लेकर रहता था, वहीं उसके गिरोह के अन्य सदस्य रह रहे हैं. जिस वक्त वह पकड़ा गया था, ठीक से उससे रिखिया पुलिस पूछताछ नहीं कर सकी थी. अगर रिखिया पुलिस उससे ठीक से पूछताछ की होती तो उसके गिरोह के अन्य सदस्य भी पकड़े जाते.

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