िवभागीय लापरवाही से हुई गायों की मौत
पशुपालन विभाग के डॉक्टरों को कई बार सूचना दी गयी, लेकिन डॉक्टरों ने गंभीरता नहीं दिखायी देवघर : श्री बैद्यनाथधाम गोशाला में भूख व प्यास के अभाव में गायों की मौत पर गोशाला प्रबंधन ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पशुपालन विभाग के डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया. गाैशाला प्रबंधन के सचिव […]
पशुपालन विभाग के डॉक्टरों को कई बार सूचना दी गयी, लेकिन डॉक्टरों ने गंभीरता नहीं दिखायी
देवघर : श्री बैद्यनाथधाम गोशाला में भूख व प्यास के अभाव में गायों की मौत पर गोशाला प्रबंधन ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पशुपालन विभाग के डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया. गाैशाला प्रबंधन के सचिव रमेश बाजला ने कहा कि गौशाला में गायों की मौत भूख, प्यास व शेड से नहीं, बल्कि बीमारी से हुई है. प्रशासन द्वारा उपलब्ध करायी गयी चार सौ गायों में अधिकांश गंभीर बीमार व अधमरी थीं. बीमार गायों के इलाज के लिए देवघर के पशुपालन विभाग के डॉक्टरों को कई बार सूचना दी गयी,
लेकिन देवघर के डॉक्टरों ने अनसुनी कर दी. बीमार गायों की मौत की सूचना 20 अप्रैल से चार मई तक पशुपालन विभाग के डॉक्टरों को दी गयी, बावजूद डॉक्टरों ने गंभीरता नहीं दिखायी. अंत में पशुपालन विभाग के निदेशक को शिकायत की गयी, उसके बाद पांच मई से देवघर के डॉक्टरों की टीम इलाज में लगी है.
विभाग के पास पर्याप्त दवा भी नहीं
श्री बाजला ने कहा कि पशुपालन विभाग की टीम समुचित इलाज भी नहीं कर पा रही है. दवा के नाम केवल चमकन व टीका की खुराक दी जाती है. कोई एंटीबायेटिक दवा विभाग से नहीं दी जाती है. पिछले तीन दिनों के दौरान 10 हजार रुपये की दवा गैशाला प्रबंधन को बाजार से खरीदनी पड़ी है. शनिवार को रांची से डॉक्टरों की जो टीम आयी थी, वह भी एक घंटे में सैंपल व फोटोग्राफ लेकर लौट गयी. श्री बाजला ने कहा कि गौशाला प्रबंधन के पास पर्याप्त शेड व पानी की सुविधा है.