18 से पहले न करेंगे विवाह, न किसी का होने देंगे

देवघर : जिले में बाल विवाह की बढ़ती घटनाओं को लेकर चेतना विकास, चाइल्ड फंड इंडिया की ओर से मंगलवार को होटल इंपेरियल सभागार में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कम उम्र में ही बेटियों की शादी कर उनके टूटते सपने व उनके जीवन के साथ खिलवाड़ पर चिंता जताते हुए बाल विवाह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 16, 2018 4:46 AM
देवघर : जिले में बाल विवाह की बढ़ती घटनाओं को लेकर चेतना विकास, चाइल्ड फंड इंडिया की ओर से मंगलवार को होटल इंपेरियल सभागार में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कम उम्र में ही बेटियों की शादी कर उनके टूटते सपने व उनके जीवन के साथ खिलवाड़ पर चिंता जताते हुए बाल विवाह पर रोकथाम का संकल्प लिया गया. कार्यशाला में शामिल होने पहुंची लड़कियों ने भी कहा कि 18 साल के उम्र से पहले न वे विवाह करेंगी और न ही आसपास ऐसा होने देंगी.
उन्होंने कहा कि अगर समाज में कहीं भी बाल विवाह की जानकारी मिलेगी तो इसकी सूचना पुलिस को देंगे. चेतना विकास के सचिव कुमार रंजन ने कहा कि बाल विवाह की रोकथाम के लिए किशोरियों व युवाओं को आगे आने की आवश्यकता है. इस कुरीति को दूर करने के लिए पहल करने की जरूरत है. प्रोजेक्ट मैनेजर सर्मीष्ठा दास ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के जरिये बाल विवाह दूर करने के कार्यों की जानकारी दी व वार्षिक स्वास्थ्य सर्वे का डेटा प्रस्तुत किया. बताया गया कि राज्य में बाल विवाह के मामले में देवघर जिला 52.7 फीसदी के साथ तीसरे नंबर पर है.
वहीं गोड्डा जिला 63 फीसदी के साथ पहले व गढ़वा 57.7 फीसदी के साथ राज्य में दूसरे स्थान पर है. चाइल्डलाइन के कौशल कुमार पांडेय ने बाल विवाह को रोकने के लिए संबंधित प्रावधान की जानकारी दी. इस अवसर पर समाजसेवी प्रो रामनंदन सिंह, चेतना विकास के राम प्रसाद व उपेंद्र कुमार साह ने भी संबोधित किया. कार्यशाला में भाग ले रही चाइल्डफंड, सरैयाहाट की किशोरियां पहुंची थी. कार्यक्रम सफल बनाने में कुमार संकेत, किस्मत आरा, जगदीश परैया, शशि कुमार, मुकेश कुमार आदि थे.

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