शुपालन विभाग की 4.30 करोड़ की योजनाएं अटकी

देवघर : पशुपालन विभाग द्वारा महिला स्वावलंबन समेत अन्य कई कल्याणकारी योजनाओं का 4.30 करोड़ रुपये पिछले एक वर्ष से पड़ा हुई है. इस राशि से कोई लाभ लोगों को नहीं मिल पाया है. इस पैसे से गांवों में महिला स्वावलंबन के लिए बकरा पालन, लघु सूअर पालन, बत्तक चूजा पालन व अंडा देने वाली […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 22, 2018 4:27 AM
देवघर : पशुपालन विभाग द्वारा महिला स्वावलंबन समेत अन्य कई कल्याणकारी योजनाओं का 4.30 करोड़ रुपये पिछले एक वर्ष से पड़ा हुई है. इस राशि से कोई लाभ लोगों को नहीं मिल पाया है. इस पैसे से गांवों में महिला स्वावलंबन के लिए बकरा पालन, लघु सूअर पालन, बत्तक चूजा पालन व अंडा देने वाली मुर्गी के पालन की योजना से लोगों को जोड़ना था.
योजना के लाभुकों चयन कर वितरण करने के लिए पशुपालन विभाग ने राज्य सरकार से चयनित झारखंड स्टेट लाइवलीहूड प्रोमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) के पीएल खाते में 31 मार्च को 4.30 करोड़ रुपये भेज दिये हैं. लेकिन जेएसएलपीएस लाभुकों के चयन करने में अभी तक सफल नहीं हो पायी है. इस योजना में अधिकांश सखी मंडल की सदस्यों को लाभ देने का प्रावधान तय किया गया है. सखी मंडल का गठन जेएसएलपीएस द्वारा जिले के अलग-अलग प्रखंडों में किया गया है. विभाग के अनुसार जेएसएलपीएस द्वारा लाभुकों की सूची तैयार की जा चुकी है, केवल वितरण नहीं हुआ है. विभाग के इस पेच में पिछले एक वर्ष से गरीबों के कल्याण की योजना की राशि प्रक्रिया में फंसी हुई है. अगर यह योजना चालू कर दी जाये तो गरीबाें को बड़े पैमाने पर रोजगार मिल सकता है.
किस योजना के लिए कितना पैसा
बकरा प्रजनन (1500 यूनिट) 2.87 करोड़
लघु सूअर पालन (98 यूनिट) 1.37 करोड़
बत्तक चूजा वितरण (78 यूनिट) 2.67 लाख
अंडा देने वाली लेयर बर्ड (25 यूनिट) 2.48 लाख
आइओ के लौटने का इंतजार, तब होगा हमलावरों की गिरफ्तारी
देवघर : डॉ भीमराव आंबेडकर पुस्तकालय में घुस कर तोड़फोड़ व छात्र-छात्राओं सहित लाइब्रेरियन के साथ मारपीट करने के मामले में आइओ (अनुसंधान अधिकारी) नगर थाने के एएसआइ भोला प्रसाद यादव के छुट्टी से लौटने का इंतजार किया जा रहा है. उनके आने के बाद वीडियो फुटेज से पहचान कराये गये उपद्रवियों के नाम-पता का सत्यापन किया जायेगा. फिर उनलोगों के खिलाफ कोर्ट से वारंट प्राप्त कर गिरफ्तारी की कार्रवाई की जायेगी. एक सप्ताह से एएसआइ भोला छुट्टी पर हैं. कांड के एक महीने बीत गये. संचालन समिति ने पुस्तकालय में लगी सीसीटीवी फुटेज की सीडी पुलिस को सौंप दी है. नगर पुलिस ने उक्त सीडी से कई उपद्रवियों की पहचान कर ली है, जो खुलेआम शहर में घूम रहे हैं. पुस्तकालय संचालन समिति के अध्यक्ष ने एसपी को पत्र देकर पुस्तकालय में तोड़-फोड़ व मारपीट करने वाले असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी की मांग की है. आंबेडकर पुस्तकालय संचालन समिति के सचिव रामदेव प्रसाद दास ने अज्ञात 100 पर नगर थाने में एफआइआर दर्ज कराया है. जिक्र है कि 10 अप्रैल को दिन के लगभग 10:30 बजे लगभग 100 की संख्या में आरक्षण विरोधी असामाजिक तत्व के लोग लाठी-डंडे के साथ आंबेडकर पुस्तकालय के अंदर प्रवेश कर गये. वहां पढ़ रहे छात्र-छात्राओं के साथ हिंसक रूप से मारपीट करने लगे. गेट के बाहर पूर्वी तरफ लाइट बोर्ड, दरवाजा वगेरह लाठी-डंडे मारकर क्षतिग्रस्त कर दिया. अंदर में लाइब्रेरियन को भी लाठी मारकर घायल किया. टेबुल तोड़ दिया, ट्यूब लाइट, पर्दा नोंचकर ले गये. गार्ड उपद्रवियों को देखकर दरवाजा बंद करना चाहा. उसके साथ भी मारपीट किया गया. पुस्तकालय के कई कीमती सामान को क्षति पहुंचाया.

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