जामताड़ा : ‘मस्त रहो मस्ती में आग लगे बस्ती में’. आपने ये कहावत जरूर सुनी होगी. ऐसा ही हाल जामताड़ा प्रखंड के प्रभारी आपूर्ति पदाधिकारी सह जेएसएस सुखदेव टोप्पो का है. इन दिनों जेएसएस साहब की मस्ती वाला ड्यूटी वीडियो वायरल होरहा है. इस वीडियो में जनाब लड़खड़ा रहे हैं. साहब अपने कक्ष में फिल्मी अंदाज में कर्मी व आम जनता से बातचीत कर रहे थे.
वायरल वीडियो में वे कह रहे हैं, ‘जब मैं पूर्वी सिंहभूम में था. वह उग्रवाद क्षेत्र. वहां चाहे जो भी आये. डीसी, एसपी या अन्य अधिकारी. मेरे बिना गाड़ी नहीं आगे बढ़ती थी. अरे उग्रवादी हमको दादा-दादा बोलता था. पूरा डुमरिया का एमसीसी हमको दादा-दादा कहता था. हम खुला बात बोल रहे हैं. एरिया कमांडर भी मुझे टोप्पो दा-टोप्पो दा कहते थे.’
उन्होंने आगे कहा, ‘एक बार 16 आदमी का एनकाउंटर हुआ था. ग्रामीण लोग 16 एमसीसी को टांगी से मारा था. वहां की जो महिला एसडीओ शरद कुमार श्रीवास्तव थीं. वह हमको बाबू-बाबू बोलती थीं. वह डर रही थी. हम कैसे जायेंगे. हमने कहा चलिए मैडम, जंगल वाले लोग मेरा भाई है. तो मैडम बोली बाबू कोई दिक्कत नहीं होगा. जामताड़ा बीडीओ तो बच्ची है. उनको कुछ समझ में नहीं आ रहा है. 1996 से हम नौकरी कर रहे हैं. हमको किसी से डर नहीं लगता है.’