मधुपुर शहर को बिजली कटौती से मिलेगी निजात

मधुपुर/देवघर : मधुपुर को रोटेशन के आधार पर मिल रही बिजली से अब निजात मिल जायेगी. बीच में रेल लाइन होने की वजह से अबतक लाइन के दोनों तरफ के इलाके एक-दूसरे से जुड़ नहीं पाये हैं. अब रेलवे ने लाइन के नीचे से अंडरग्राउंड बिजली का तार पार कराने के लिए बिजली विभाग को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 7, 2018 8:11 AM
मधुपुर/देवघर : मधुपुर को रोटेशन के आधार पर मिल रही बिजली से अब निजात मिल जायेगी. बीच में रेल लाइन होने की वजह से अबतक लाइन के दोनों तरफ के इलाके एक-दूसरे से जुड़ नहीं पाये हैं. अब रेलवे ने लाइन के नीचे से अंडरग्राउंड बिजली का तार पार कराने के लिए बिजली विभाग को अनुमति दे दी है. सांसद निशिकांत दुबे ने इस पर खुशी जाहिर की है. उन्होंने अपने फेसबुक वाल पर लिखा है कि पिछले दिनों देवघर में हुई समीक्षात्मक बैठक में यह फैसला हुआ.
सांसद ने फेसबुक पर इस संबंध में पोस्ट भी किया है. मधुपुर शहर को रेलवे लाइन के आधार पर दो भागों में बांट कर रोटेशन के आधार पर एक-एक घंटा बिजली आपूर्ति होती है. इस समस्या के समाधान के लिए लोगों ने कई बार आंदोलन भी किया, लेकिन रोटेशन के आधार पर बिजली आपूर्ति की समस्या से लोगों को निजात नहीं मिल पायी. हालांकि फिलहाल दोनों भागों को जोड़ने के लिए धमना रेलवे फाटक के पास से रेलवे पटरी के नीचे होते हुए केबल बिछा हुआ है. आसनसोल डीआरएम पीके मिश्रा ने बताया कि मधुपुर-गिरिडीह सेक्शन पर झारखंड इलेक्ट्रिक को दो पावर सब स्टेशन बनाने की हरी झंडी रेलवे ने दे दी है.
इस संबंध में डीआरएम ने पत्र जारी कर गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे सूचित कर दिया है. डीआरएम ने बताया कि पहले दी गयी दोनों योजनाएं किसी कारणवश रुकी पड़ी थीं. सांसद के आदेश पर डिवीजन ने अनुमति मांगी थी. दोनों योजनाओं की बुधवार को स्वीकृति मिल गयी है. पावर सब स्टेशन बनने से रेलवे व आस-पास के क्षेत्रों में बिजली की बेहतर सुविधा मिलेगी.
कहते हैं अभियंता
बिजली विभाग के अभियंता विनोद कुमार ने कहा कि आरएटीआरएडीपी योजना के तहत 11 करोड़ से अधिक का काम मधुपुर में चल रहा है. इसके तहत तीन जगह रेलवे लाइन के नीचे से बिजली के तार को पार किया जाना है. पूर्व से एक जगह रेलवे लाइन के नीचे से बिजली गयी है. अगले छह महीने में शहर के दोनों भागों को मिला कर एक फीडर बन जायेगा.

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