सारवां में गजराजों ने मचाया उत्पात, तीन घर तोड़े, दहशत में
सारवां : रविवार की रात तक विधायक बादल पत्रलेख अपने साथ सैकड़ों मशाल लेकर हाथियों को भगाने वाली टीम के साथ डटे रहे. ग्रामीणों ने जब सूचना दी कि हाथियों ने झिकटी गांव में तोड़ फोड़ मचा रखी है तो विधायक मशाल के साथ झिकटी गांव की ओर चल पड़े. रास्ते में उनका हाथियों के […]
सारवां : रविवार की रात तक विधायक बादल पत्रलेख अपने साथ सैकड़ों मशाल लेकर हाथियों को भगाने वाली टीम के साथ डटे रहे. ग्रामीणों ने जब सूचना दी कि हाथियों ने झिकटी गांव में तोड़ फोड़ मचा रखी है तो विधायक मशाल के साथ झिकटी गांव की ओर चल पड़े. रास्ते में उनका हाथियों के झुंड से आमना-सामना हो गया. विधायक उल्टे पांव मशाल के साथ पीछे हटे. तब जाकर हाथियों ने वनवरिया की ओर रुख किया.
वनवरिया गांव में हाथियों ने एटवा के रीतलाल हांसदा, धावाटांड़ के कृष्णा टुडू , वनवरिया के खरबरिया टोला के जीतन सोरेन, राजेंद्र हांसदा व दिनेश पासवान का घर व शौचालय तोड़ दिये. हाथियों ने पांच बोरा चावल भी निकाल कर घर को अस्त-व्यस्त कर दिया. सड़क किनारे बने शौचालय के टैंक को भी तोड़ डाला. ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों ने लाखों का नुकसान कर दिया. अब रहने को घर नहीं है. वन विभाग के दल ने हाथियों को सारवां सीमा पार कर पतरो नदी तक खदेड़ दिया.
पीड़ित परिवारों के गांव एटवा व धावाटांड़ पहुंच कर पीड़ित परिवारों से जानकारी ली व सहायता दिलाने का आश्वासन दिया. विधायक ने खेद जताते हुए कहा कि इतनी संख्या में हाथी सारवां पहुंच गये लेकिन वन विभाग के जिला स्तर के कोई भी पदाधिकारी नहीं रहे. मौके पर सीओ को निर्देश दिया कि हाथियों से क्षति की रिपोर्ट तैयार कर जिले को भेजें, ताकि पीड़ित परिवार को मुआवजा मिल सके. मौके पर मसलिया हाथी भगाओ दस्ता के अमित टुडू, थाना प्रभारी पीके यादव, एएसआइ आनंद सिंह, फॉरेस्टर राजेंद्र राम, मुबारक अंसारी, सुबोध यादव, रंजीत यादव, राकेश वर्मा, पंकज कुमार, सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मशाल के साथ लगे रहे.