तालाब के किनारे बैठ कर साइबर ठगी करते धराया
थाना प्रभारी के बयान पर दो युवकों के खिलाफ मामला दर्ज पुलिस को देखते ही भागने लगे दोनों फरार दुबई मंडल की पुलिस को तलाश पालोजोरी : साइबर ठगी की सूचना मिलने पर पालोजोरी पुलिस ने जाल बिछाकर छापेमारी की व ठगी को अंजाम देते एक युवक को धर-दबोचा. पुलिस को देख एक अन्य युवक […]
थाना प्रभारी के बयान पर दो युवकों के खिलाफ मामला दर्ज
पुलिस को देखते ही भागने लगे दोनों
फरार दुबई मंडल की पुलिस को तलाश
पालोजोरी : साइबर ठगी की सूचना मिलने पर पालोजोरी पुलिस ने जाल बिछाकर छापेमारी की व ठगी को अंजाम देते एक युवक को धर-दबोचा. पुलिस को देख एक अन्य युवक फरार हो गया. गिरफ्तार युवक खागा गांव निवासी मिठू रजवार का पुत्र रघुवीर रजवार है. रघुवीर रजवार के पास से पुलिस ने तीन मोबाइल फोन भी बरामद किये हैं. इन्हीं फोन से युवक साइबर ठगी करता था. थाना प्रभारी नवीन कुमार सिंह के बयान पर पालोजोरी थाना में कांड संख्या 88/18 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
थाना प्रभारी ने बताया कि एएसआइ ललन कुमार, अरविंद कुमार, एन सिंह व सशस्त्र बल के साथ छापेमारी करने खागा गांव के बगल में स्थित तालाब के पास पहुंचे. जहां साइबर अपराध को अंजाम दे रहे युवक पुलिस को देखते ही भागने लगे. पुलिस ने इसमें से एक युवक रघुवीर रजवार को दौड़ा कर पकड़ा. जबकि उसके साथ एक अन्य युवक दुबई मंडल फरार हो गया. भागते हुए दुबई ने अपनी मोबाइल खेत में फेंक दी, जिसे जब्त किया गया.
बंगाल से लेते थे मोबाइल व सिम, करते थे ठगी
गिरफ्तार युवक पुलिस से बचने के लिए बार-बार मोबाइल नंबर व मोबाइल बदलते थे़ साथ ही फर्जी आइडी से पश्चिम बंगाल से सिम लेते थे. इसी सिम कार्ड से वे लोग साइबर अपराध को अंजाम देते थे. पुलिस के अनुसार, युवकों ने अब तक लाखों रुपये की ठगी की है. लोगों को बैंक अधिकारी या फिर लॉटरी लगने, केवाइसी अपडेट करने के नाम पर फोन कर ओटीपी, एटीएम नंबर व सीवीसी नंबर प्राप्त कर ठगी कर लेते थे.
दुबई मंडल के साथ लोगों को बनाता था ठगी का शिकार
रघुवीर ने पूछताछ में बताया कि वह खागा गांव के ही पुरन मंडल के पुत्र दुबई मंडल के साथ मिल कर साइबर अपराध को अंजाम देता था. पुलिस ने दुबई मंडल के घर में भी छापेमारी की व वहां से भी एक मोबाइल जब्त किया. पुलिस के अनुसार जब्त किये गये मोबाइल से साइबर अपराध को अंजाम दिया जाता था. जब्त मोबाइल तीन स्मार्टफोन व दो साधारण फोन शामिल हैं. पूछताछ में रघुवीर ने बताया कि वह दुबई मंडल से इसका प्रशिक्षण लिया था. दोनों मिल कर ठगी करते थे.