एमएड करने के बाद भी नौकरी नहीं मिली, तो युवक ने जहरीला टैबलेट खाकर दे दी जान
देवघर : बरमसिया बजरंगबली मंदिर के निकट मुहल्ला निवासी राजीव कुमार रंजन (32) का शव नंदन पहाड़ के निकट तारामंडल के पीछे पक्के नाले पर से नगर पुलिस ने बरामद किया. शव का पंचनामा कर नगर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस के अनुसार, एमएड तक की पढ़ाई कर चुका राजीव नौकरी नहीं […]
देवघर : बरमसिया बजरंगबली मंदिर के निकट मुहल्ला निवासी राजीव कुमार रंजन (32) का शव नंदन पहाड़ के निकट तारामंडल के पीछे पक्के नाले पर से नगर पुलिस ने बरामद किया. शव का पंचनामा कर नगर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस के अनुसार, एमएड तक की पढ़ाई कर चुका राजीव नौकरी नहीं मिलने से अवसाद में था और जहरीला टेबलेट खाकर उसने आत्महत्या कर ली. घटनास्थल से नगर पुलिस ने उसकी हवाई चप्पल, एक सफेद टेबलेट व कागज के पुड़िया में रखा भूरा पाउडर बरामद किया है.
मृतक के छोटे भाई संजीव कुमार रंजन के बयान पर पुलिस ने नगर थाने में यूडी कांड दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया. पुलिस को संजीव ने बताया कि उसका बड़ा भाई पढ़ा-लिखा बेरोजगार था, जो छत्तीसगढ़ के रायगढ़ से एमएड कर रहा था. नौकरी नहीं मिलने से वह अवसाद में था. 2014 में उसकी शादी गिरिडीह के गांडेय निवासी पूनम कुमारी से हुई. दोनों का दांपत्य जीवन ठीक ही था. पूनम अनुबंध पर शिक्षक का काम करती है, इसलिए वह ससुराल में ही रहती थी. शनिवार शाम में राजीव घर में फोन छोड़कर निकला था और रातभर वापस नहीं लौटा.
पत्नी ने सास-ससुर के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की दी शिकायत : पति की मौत की जानकारी पाकर मायके वालों के साथ पूनम सीधे नगर थाना पहुंची. पूनम ने पति द्वारा लिखे एक पत्र को नगर पुलिस के सामने प्रस्तुत किया, जो पुलिस ने जब्त कर लिया. पूनम ने सास व ससुर श्यामपति रंजन के खिलाफ पति को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने की शिकायत नगर पुलिस को दी है. पूनम की शिकायत पर नगर पुलिस एफआइआर दर्ज कर रही है. पूनम का आरोप है कि सास-ससुर उसके पति को प्रताड़ित करते थे और पैसा कमाकर लाने कहते थे. उसी प्रताड़ना से तंग आकर उसके पति राजीव ने आत्महत्या कर ली. नगर पुलिस के आग्रह पर सदर अस्पताल के मेडिकल बोर्ड ने राजीव की लाश का पोस्टमार्टम किया. पोस्टमार्टम बोर्ड में सदर अस्पताल के डॉ सीके शाही, डॉ बीपी सिंह व डॉ एके अनुज शामिल थे.
क्या है राजीव के पत्र में
17 जून को राजीव ने अलग-अलग पन्ने में दो पत्र लिखा है. एक में अपनी आपबीती लिखी है व दूसरे में शादी से संबंधित ब्योरा लिखा है, जिसमें उपहार से लेकर पूरे खर्च को दर्शाया था. आपबीती में उसने लिखा था कि मैं राजीव कुमार रंजन पुत्र श्यामपति रंजन, बरमसिया देवघर का रहने वाला हूं. मेरी शादी पूनम कुमारी पुत्री बैजनाथ राणा ग्राम बंधाबाद थाना गांडेय जिला गिरिडीह के साथ 29.11.2014 को बैद्यनाथधाम मंदिर देवघर में हुई थी. शादी के बाद पत्नी के साथ अपने घर देवघर में रह रहा हूं. वर्तमान में बरपाली कला जिला जांजगीर चंपा छतीसगढ़ स्थित श्याम शिक्षा महाविद्यालय में एमएड की पढ़ाई कर रहा हूं, जहां से अपना घर आना-जाना करता हूं. मेरे माता-पिता पत्नी से अनावश्यक घरेलू बातों के चलते झगड़ा-झंझट करते रहते हैं. वे लोग मेरी पत्नी को मेरे साथ हमेशा देखना नहीं चाहते हैं. मुहल्ले के लोगों के बहकावे में आकर पत्नी पर गंभीर आरोप लगाते रहते हैं, जिसके कारण परिवार में अशांति का माहौल बन जाता है. बीच-बीच में मेरे ससुर घर पर आकर माता-पिता को समझाने का प्रयास किये, किंतु कोई परिवर्तन नहीं आया है. दिनांक 06.06.17 को मेरे पिता ने मेरे ससुर को बुलाया तथा मेरी पत्नी ने मेरे माता-पिता से माफी मांगी. फिर भी मेरे माता-पिता ने मेरी पत्नी को घर से बाहर कर दिया तथा कहा कि भाड़ा के मकान में रहो. मैं एमएड की पढ़ाई कर रहा हूं. मेरी पत्नी बीएड की है, किंतु कोई नौकरी नहीं लगी है. तब से मेरी पत्नी नैहर में रह रही है और मैं ससुराल आना-जाना करता हूं. आज तक मेरी पत्नी को मेरे माता-पिता ने कहने के बावजूद भी कोई खर्चा नहीं दिया है. मेरी पत्नी के खिलाफ कोई शिकायत नहीं है. मैं यह कागज लिखकर अपने ससुर को दे रहा हूं, जो भविष्य संदर्भ में काम आ सके. नीचे राजीव कुमार रंजन लिखकर 17.06.2018 की तारीख लिखा है. वहीं दूसरे पन्ने में शादी की तारीख समेत उपहार में मिले सामान सहित रुपये का जिक्र है. इस पन्ने में भी राजीव कुमार रंजन लिखकर तारीख 17.06.2018 लिखा हुआ है. नगर पुलिस इन दोनों पत्रों को जब्त कर सत्यता जांच रही है.