मोबाइल से खुलेगा हत्या का राज
देवघर : पटना निवासी गौरीचक निवासी उत्तम नारायण की हत्या मामले में चौकीदार लालू तुरी के बयान पर जसीडीह थाने में अज्ञात आरोपितों पर एफआइआर दर्ज कर ली गयी है. घटनास्थल से पुलिस को एक सफेद चप्पल व चारपहिया गाड़ी के चक्के का निशान मिला था. उत्तम की हत्या कब किसने वहां लाकर की, इसका […]
देवघर : पटना निवासी गौरीचक निवासी उत्तम नारायण की हत्या मामले में चौकीदार लालू तुरी के बयान पर जसीडीह थाने में अज्ञात आरोपितों पर एफआइआर दर्ज कर ली गयी है. घटनास्थल से पुलिस को एक सफेद चप्पल व चारपहिया गाड़ी के चक्के का निशान मिला था. उत्तम की हत्या कब किसने वहां लाकर की, इसका पता पुलिस को नहीं चल सका है.
पुलिस की सूचना पर उत्तम के परिजन शनिवार देर रात में ही देवघर पहुंचे थे और रविवार सुबह उसकी लाश लेकर पटना के लिये निकल गये. पुलिस को परिजनों ने बताया कि दो दिन पूर्व ही वह किसी रिश्तेदार के यहां जाने के लिये घर से निकला था. गले में सोने की चेन भी पहना था, जो गायब है. उत्तम के बारे में परिजनों ने बताया कि वह जमीन खरीद-बिक्री का काम करता था. ऐसे में उसे यहां किसने लाया, यह पता नहीं. परिजनों ने पुलिस को उत्तम का मोबाइल नंबर उपलब्ध करा दिया है.
शुक्रवार दोपहर तक परिजनों को उत्तम से मोबाइल पर बात हुई थी. उसके बाद से स्वीच ऑफ आने लगा था. पुलिस अगर उत्तम की मोबाइल खंगाले तो कॉल रिकॉर्ड से कुछ सुराग हाथ लग सकता है. उत्तम की लाश डिगरिया पहाड़ के समीप जसीडीह-चंद्रमंडीह सड़क पर बाराखूंटा गांव के पास सड़क किनारे फेंका हुआ था.
उसके दाहिने कान के ऊपर धारदार हथियार का गहरा जख्म था. घटनास्थल पर काफी खून भी गिरा हुआ था. मृतक के पॉकेट से उसका आधार कार्ड, एक फोटो, एचडीएफसी व एसबीआइ बैंक का दो एटीएम कार्ड मिला था. आधार कार्ड से उसकी पहचान उत्तम नारायण पिता अर्जुन सिंह, नर्मदा अपार्टमेंट एक्जीविशन रोड पटना के तौर पर हुई थी. पुलिस की सूचना पर उत्तम की लाश लेने के लिये उसका पुत्र, बहन-बहनोई, मामा व अन्य परिजन पहुंचे थे.