सोयी रही पुलिस, रात में ही शहर में घुस गयीं श्रद्धालुओं की गाड़ियां
देवघर : बांग्ला सावन की पहली सोमवारी को भारी संख्या में भक्त देवघर पहुंचे. इससे पहले रविवार रात में ही श्रद्धालुओं की गाड़ियां शहर की गलियों में जहां-तहां घुस गयी और पुलिस सोयी रही. इसका नतीजा यह हुआ कि सोमवार की सुबह जब शहरवासी अपने घरों से निकले तो कई रास्तों में जाम लग गया. […]
देवघर : बांग्ला सावन की पहली सोमवारी को भारी संख्या में भक्त देवघर पहुंचे. इससे पहले रविवार रात में ही श्रद्धालुओं की गाड़ियां शहर की गलियों में जहां-तहां घुस गयी और पुलिस सोयी रही. इसका नतीजा यह हुआ कि सोमवार की सुबह जब शहरवासी अपने घरों से निकले तो कई रास्तों में जाम लग गया. इससे लोगों को काफी परेशानी हुई.
श्रद्धालुओं की गाड़ियां पंडित बीएन झा पथ, भुरभुरा मोड़ होकर बमबम बाबा पथ, सीडी द्वारी लेन, शीतल मल्लिक रोड आदि जगहों में प्रवेश कर गयी. इस दौरान श्रद्धालुओं की गाड़ियां को सड़क किनारे जहां-तहां खड़ी कर चालक निकल गये. अधिकांश गाड़ियां लोगों के दरवाजे पर खड़ी कर दी गयी है.
सड़क के दोनों ओर वाहनों की पार्किंग से मुहल्लों में जाम की स्थिति बनी रही. लोगों को तो परेशानी हुई ही, श्रद्धालुओं को भी कठिनाई का सामना करना पड़ा. अहले सुबह इन मुहल्लों में तो लंबी जाम की स्थिति बन गयी. लोगों को बच्चों को स्कूल पहुंचाने में भी काफी परेशानी हुई.
बाहर से आये जवानों की नहीं लगी ड्यूटी
श्रावणी मेले के लिए दूसरे जिलों से काफी संख्या में पुलिस बल देवघर पहुंच चुके हैं. बावजूद इन मार्गों पर यातायात व्यवस्था सुचारु करने के लिए पुलिस की ड्यूटी नहीं लगायी गयी थी. जब काफी देर तक जाम रहा और लोग हो-हल्ला करने लगे, तो पीसीआर व सैट टीम के पुलिसकर्मियों को बुलाकर ड्यूटी लगायी गयी.
वैसे बांग्ला सावन की पहली सोमवारी में होने वाली भीड़ के पूर्वानुमान पर ट्रैफिक व्यवस्था में किसी भी पुलिसकर्मी की ड्यूटी नहीं लगायी गयी थी. अब यातायात पुलिस के पास क्रेन भी नहीं है कि अवैध पार्किंग की गयी गाड़ियों को हटाया जा सके. बांग्ला सावन को लेकर बाहरी गाड़ियों की पार्किंग के भी कोई बंदोबस्त नहीं किये गये हैं. ऐसे में श्रद्धालुओं को पता भी नहीं है कि वे कहां तक गाड़ी ले जा सकते हैं या कहां पार्किंग करें.
कहते हैं सीसीआर डीएसपी
श्रावणी मेले को लेकर 10 हजार में से 4800 पुलिसकर्मी ही पहुंचे हैं. एक-दो दिनों में पूरा पुलिस-फोर्स पहुंच जायेगा. ट्रैफिक व्यवस्था में 1500 पुलिसकर्मी लगाये जाने है. उम्मीद है कि एक-दो दिनों में पूरी व्यवस्था रेगुलेट हो जायेगी. इसके बाद शहर में किसी तरह के वाहन प्रवेश नहीं कर पायेंगे.