@ कंपनी के भाग जाने के दो साल बाद तक जमा कराते रहे पैसे
@ दो साल बाद भी एजेंट ने नहीं लौटायी राशि, हुआ फरार
@ मुखिया से शिकायत कर ग्रामीणों ने जताया विरोध
विकास जायसवाल@बरहरवा
भोले-भाले ग्रामीणों को कुछ साल में पैसे डबल करने का लालच देकर नन बैंकिंग कंपनी रोजवैली ने करीब 250 ग्रामीणों से चार करोड़ जमा कराये. कंपनी व एजेंट के फरार होने के दो वर्ष बाद भी राशि वापस नहीं की गयी. प्रखंड के आगलोई गांव के एजेंट हाजीकुल अमन पर ग्रामीणों ने पैसे गबन करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को पंचायत के मुखिया रमजान अली के समक्ष पहुंच कर विरोध जताया.
खाताधारियों का कहना है कि उनके गांव का हाजीकुल अमन कंपनी का एजेंट था. ग्रामीणों को अपने भरोसे में लेकर रुपये जमा कराया. कहा कि हम तो जमींदार घर के हैं. कंपनी भाग भी जायेगी, तो सारा पैसा हम देंगे. अब कंपनी भाग गयी तो रुपये देने से इनकार करने लगा. कंपनी भाग जाने के दो साल बाद तक हाजीकुल ने कंपनी में पैसा जमा कराये. श्रीकुंड के एक कंप्यूटर दुकानदार से फर्जी रिसीविंग बनवा कर उन्हें थमा दिया.
मुखिया रमजान अली के समक्ष पहुंचे कुछ ग्रामीणों ने बताया कि जब कंपनी के बारे में हाजीकुल से गंभीरता से पूछताछ की गयी तो हाजीकुल फरार हो गया. रुपये जमा करनेवाले कई लोग असाध्य बीमारी से भी ग्रसित हैं. मुखिया से राशि वापस कराने की गुहार लगायी है.
नन बैकिंग कंपनियों के खिलाफ चल रही है सीबीआई जांच
ज्ञात हो कि संताल परगना ही नहीं झारखंड की सभी ननबैकिंग कंपनियों के खिलाफ सीबीआई जांच चल रही है. इन बातों का खुलासा जांच के दौरान हुआ है. ये सभी नन बैंकिंग कंपनियों ने सेबी और आरबीआई के नियमों को ताक पर रखकर बिजनेस किया है. लोगों की गाढ़ी कमायी को विभिन्न प्रकार का प्रलोभन देकर जमा करवाया है. इस पर शिकंजा कसने के लिए संताल परगना के सभी जिले में छापेमारी हुई.
छह जिले देवघर, दुमका, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़ और साहिबगंज जिले में तकरीबन 109 नन बैंकिंग कार्यालयों में छापेमारी हुई. जामताड़ा छोड़ अन्य पांच जिले के 85 नन बैंकिंग कार्यालयों को सील भी किया गया. लगातार खबरें आ रही है. लेकिन फिर भी लोग जागरुकता के अभाव में कंपनी के भाग जाने के बाद भी पैसे जमा करते रहे, यह अत्यंत चिंता का विषय है और सीबीआई के लिए जांच का मामला भी बनता है.
संताल परगना में हुई कार्रवाई
जिला – छापेमारी – सील
देवघर – 27 – 27
दुमका – 02 – 02
गोड्डा – 36 – 36
पाकुड़ – 20 – 06
साहिबगंज – 16 – 16
जामताड़ा – 08 – 00
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कुल – 109 – 85
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क्या कहते हैं एसडीओ
राजमहल के एसडीओ चिंटू दोराय बुरु ने कहा कि नॉन बैंकिंग कंपनी में पैसा जमा करनेवाले लोग लिखित रूप से शिकायत करें. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी.
क्या कहते हैं एसपी
साहिबगंज के एसपी एच पी जनार्दन ने कहा कि अभी तक कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है. शिकायत मिलने पर विधिसम्मत कार्रवाई की जायेगी.
इन लोगों का फंसा है पैसा
मुकतारूल – 48000, अमीरल – 3400, रहयान अली – 15000, फहसान – 7000, आवेदुर अली – 13500, कौसर अली – 32000, साबीना बीबी – 6290, समीना खातून – 30000, सफीना बीबी – 10800, मुसलेमा – 10500, मावेदा बीबी – 5400, नावेरा बीबी – 10000, सखतारा बीबी – 5300, बिलकेश खातून – 10000, विसु – 18750, नाजेमा बीबी – 18600, मेहरूल बीबी – 4450, जमाल शेख – 2400, मोनीना बीबी – 3800, चसमेरा – 2800, नाजो बीबी – 16500, सहादत अली – 24000, तजकेरा – 5000, रकसाना खातून – 12000, तनजीला – 6800, फातेमा बीबी – 7000, कमाल – 1400, वाजीरन बीबी – 10800, सुफीरून बीबी – 5000, रेवीना – 6000, साइमा बीबी – 5000, साबीना – 4000, नाजेतन बीबी – 21000, हबीबुर रहमान – 20000, समसुन बीबी – 3600, गुलाबी बीबी – 14300, हसनारा बीबी – 14000, अजमेरा बीबी – 1700, सरीफा बीबी – 15000, अगुडा बीबी – 10000, फाकेरा बीबी – 18000, इसराइल शेख – 69000, जारीन बीबी – 6800, अब्दुल मोइन – 3500, नुस्तारा बीबी – 14200, मनवारा बीबी – 5500, जमाल शेख – 4500, अकबर अली – 7200, नाजेरा बीबी – 51000, तैमुर शेख – 7200, साजेरा खातुन – 30000, मानीरूल – 30000, फुजरूल रहमान – 30000, जुबैर शेख – 18000, फातेमा बीबी – 8500, रेजु शेख – 15000, तारीकुल शेख – 10000, सफीकुल इस्लाम – 6000, बहरूल हक – 11000, अफसर – 7000, अब्दुल मतीन – 22400, रूबला देवी – 8000, देलाउर – 10000, फनातुर – 12400, रफीकुल – 8000, तौयादा खातुन – 8000, तोआब अली – 17000, मुसलेमा बीबी – 46000, आवेदुर रहमान – 3000, इलयास शेख – 14000, अजमेरा बीबी – 6800, दाकीम शेख – 8700, मेराजुल – 4000, मोजीबुर – 9000, सहनाज खातुन – 3000, मो कौसर – 15400, फैसल शेख – 4000, सीमा कुमारी – 100000, जुलफेकार – 3600, सलोनी देवी – 25000, मोसरफ – 20000, असरफ – 18000, हसमत आरा – 15000, सीरीना – 14000, सोनीका देवी – 15000, पन रबीदास – 25000, लालु रबीदास – 45000, चसमेरा खातुन – 13000, फारूल – 5000, फाहाद – 8000, एनामुल हक – 20000, सफीकुल – 20000, समसुल हक – 38000, समसुल हक – 5000, गोपी चंद – 15000, वदाब शेख – 80000, जोहरूल शेख – 8000, मसुदा बीबी – 11000, मनीरूल – 6000, अखतारूल – 33000, जब्बार – 14000, सिरीना खातुन – 45000, मुसलेमा खातुन – 4000, फिरोज – 54000, उलफत – 17000, अब्दुल कलाम – 5030, अब्दुल हलीम – 26500, एसनारा – 2700, मनसुरा खातून – 10000, अकबर हुसैन – 5500, जमीरूल – 27500, इसा – 4000, जननातुन बीबी – 15000, फरजाना बीबी – 7000, फारूल आलम – 8000, लोगेन मंडल – 5100, सेदुर – 20000, ताहेरा खातून – 7000, जोरीना बीबी – 11000, शंभु राउत – 28500, तेतरूल – 10500, रूको देवी – 12000, गीता देवी – 10000, तकाया खातून – 15200, मो सफीक – 27000, मोफीजुल – 17000, जैदुर रहमान – 36000, तजमीरा बीबी – 4000, रफीकुल – 22000, रहेला खातुन – 9000, इसारूददीन – 14000, सुबेरा खातून – 33000, एहसान अली – 38000, रहयान अली – 5100, तबसेरा खातून – 8200, खैरून बीबी – 9900, रिजवान अली – 3600, आयातोन – 7500, सेफातोन – 5400, अकबर अली – 10000, सीफुल इस्लाम – 4500, अब्दुल वार – 8000, राजेंदर – 7000, जसोदा – 5500, आलमगीर – 5300, जायेदा बीबी – 15000, नसीरूददीन – 31000, सायीम – 3300, अब्दुल मालेक – 25000, कलाम शेख – 30000, अमजद – 9000, तारीकुल – 26000, गौर राउत – 20000, हबीबुर रहमान – 18000, एयासा बीबी – 15000, सनजीदा खातून – 31000, जोसनारा खातुन – 10500, इकयास – 30000, महसीना बीबी – 12800, जौहार आलम – 12000, हाजरा बीबी – 50000, हाजरा बीबी – 25000, तारीकुल – 7200, मोकाम – 8000, फिरोज – 3000, इसराउल हक – 5000, तारीकुल – 55000, सामसेद अली – 25000, आलीयारा बीबी – 50000, मीनोती बीबी – 25000, गणेश राई – 36000 सहित करीब 250 ग्रामीणों नॉन बैंकिंग कंपनी रोजवैली में पैसा जमा किये हैं.