तीन साल की बेटी की हत्या कर झाड़ी में फेंका

देवीपुर : देवीपुर थाना क्षेत्र में पिता ने ही अपने तीन साल के मासूम बेटी को ससुराल से लेकर चार दिन पूर्व फरार हुआ और उसकी हत्या कर लाश जालेश्वर पहाड़ की झाड़ियों में फेंक दी थी. मामले की जानकारी होते ही पुलिस हरकत में आयी. हत्यारोपित पिता को गिरफ्तार किया. इसके बाद बच्ची की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 28, 2018 5:57 AM
देवीपुर : देवीपुर थाना क्षेत्र में पिता ने ही अपने तीन साल के मासूम बेटी को ससुराल से लेकर चार दिन पूर्व फरार हुआ और उसकी हत्या कर लाश जालेश्वर पहाड़ की झाड़ियों में फेंक दी थी. मामले की जानकारी होते ही पुलिस हरकत में आयी. हत्यारोपित पिता को गिरफ्तार किया. इसके बाद बच्ची की लाश बरामद कर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिये सदर अस्पताल भेज दिया. 23 जुलाई की रात 12 बजे ससुराल समलापुर से जीतजोरी गांव निवासी शहाबुद्दीन अपने तीन वर्षीय अबोध पुत्री शहजादी को लेकर फरार हो गया था.
पत्नी आसमां खातून ने पुत्री शहजादी के गायब होने की शिकायत देवीपुर थाने में 28 जुलाई को दी थी. जिक्र है कि आसमां की शादी शहाबुद्दीन के साथ करीब पांच साल पूर्व हुई थी. दो साल के बाद पति-पत्नी के बीच अनबन चलने लगी. इसके बाद आसमां ससुराल छोड़कर मायके आ गयी और पिता के ही घर में रह रही थी.
इधर 15 जुलाई को शहाबुद्दीन ससुराल आया. तब से वह ससुराल में ही था. अचानक 23 जुलाई की 12 बजे रात में बेटी शहजादी को लेकर भाग निकला. पत्नी के हो-हल्ला करने पर ससुराल के लोगों ने उसकी खोजबीन की. किंतु, अंधेरे के कारण कुछ पता नहीं चल सका. इसी बीच पुलिस को लोगों द्वारा पता चला कि शहजादी मारी गयी है.
इसके बाद देवीपुर थाने की पुलिस ने शहाबुद्दीन को गिरफ्तार कर पूछताछ की. पुलिस के सामने शहाबुद्दीन टूट गया और उसने असलियत खोल दी. फिर पुलिस ने उससे पूछताछ के बाद शहजादी की लाश जालेश्वर पहाड़ के झाड़ियों से खोज निकाली. इसके बाद शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिये भेजा. अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट होगा कि शहजादी की हत्या किस तरह से की गयी है.
मायके में रह रही थी पत्नी
समलापुर गांव निवासी आसमां खातून ने पुलिस में दिये आवेदन में बताया था कि उसकी शादी थाना क्षेत्र के जीतजोरी गांव निवासी शहाबुद्दीन अंसारी से हुई थी. पिछले दो साल से दोनों में काफी अनबन चल रही थी. इसके बाद आसमां बेटी शहजादी खातून के साथ मायका समलापुर में ही रहने लगी. 15 जुलाई को शहाबुद्दीन भी ससुराल में आकर रहने लगा.
एक दिन 23 जुलाई को 12 बजे रात शहाबुद्दीन घर में बिना बताये बेटी को लेकर भागने लगा. हो-हल्ला के बाद घरवाले जागे व शहाबुद्दीन व शहजादी को खोजने लगे. काफी तलाशने के बाद भी जब कोई पता नहीं चला तो थाना में आवेदन देकर बेटी के साथ अनहोनी की आशंका जताकर कार्रवाई की मांग की थी.

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