आस्था के आगे 15 किमी की कतार भी पड़ी छोटी
देवघर : श्रावणी मेले की पहली सोमवारी को जलार्पण के लिए कांवरियों की कतार करीब 15 किलोमीटर लंबी होकर कुमैठा तक पहुंच गयी थी. अधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों एवं दंडाधिकारी की निगरानी में रात में पट बंद होने तक एक लाख 70 हजार 977 कांवरियों ने बाबा मंदिर में मुख्य अरघा तथा वाह्य अरघा के माध्यम […]
देवघर : श्रावणी मेले की पहली सोमवारी को जलार्पण के लिए कांवरियों की कतार करीब 15 किलोमीटर लंबी होकर कुमैठा तक पहुंच गयी थी. अधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों एवं दंडाधिकारी की निगरानी में रात में पट बंद होने तक एक लाख 70 हजार 977 कांवरियों ने बाबा मंदिर में मुख्य अरघा तथा वाह्य अरघा के माध्यम से बाबा पर जलाभिषेक किया.
वाह्य अरघा से 36,645 कांवरियों ने जलार्पण किया. इसमें काफी संख्या में महिलाएं व बच्चे भी शामिल थे. वहीं शाम तक जलाभिषेक के लिए कांवरियों की कतार चमारीडीह तक लगी हुई थी. बाबा मंदिर का पट सोमवार की सुबह 3.30 बजे खुल गया था. कांचा जल तथा सरकारी पूजा के बाद कांवरियों का जलार्पण शुरू हुआ. सोमवार को सैकड़ों की संख्या में बाबा दरबार पहुंचे डाक कांवरियों को विशेष सुविधा नहीं मिली. शीघ्रदर्शनम सिस्टम पर पहले से ही रोक लगा दी गयी थी.
इंट्रीगेटेड कंट्राेल रूम में हो रही थी मॉनिटिरिंग : मानसिंघी तट पर बनाये गये इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम के माध्यम से रूट लाइन में कतारबद्ध कांवरियों की मॉनिटरिंग की जा रही थी. सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा बनाये गये सूचना केंद्र के माध्यम से कांवरियों के लिए लगातार सूचनाएं एवं आवश्यक निर्देश प्रसारित किया जा रहा था. रूट लाइन में कांवरियों की भीड़ को देखते हुए बीएड कॉलेज कैंपस में बनाये गये पंडाल एवं पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यालय एवं तिवारी चौक से मत्स्य विभाग कार्यालय पथ के रूट लाइन को बारी-बारी से खाली रखा जा रहा था, ताकि कांवरियों की भीड़ अधिक होने पर उन्हें नियंत्रित किया जा सके. सुबह का मौसम अनुकूल होने के कारण कांवरियों को ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा.
रूट लाइन में कांवरियों की सुविधा का जायजा लेने के लिए संताल परगना की प्रभारी आइजी सह रेल आइजी सुमन गुप्ता, संताल परगना डीआइजी राजकुमार लकड़ा, देवघर डीसी राहुल कुमार सिन्हा, एसपी नरेंद्र कुमार सिंह रविवार की देर रात से ही रूट लाइन का जायजा लेते रहे. कांवरियों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो, इसके लिए ऑन ड्यूटी दंडाधिकारियों को बार-बार निर्देश भी देते रहे. मुजफ्फरपुर निवासी कृष्णा बम को बाबा मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश की इजाजत नहीं मिली.
कृष्णा बम के साथ आये समर्थकों ने पहले प्रशासनिक भवन के रास्ते गर्भ गृह तक जाने का प्रयास किया गया. लेकिन ऑन ड्यूटी पदाधिकारी ने रविवार व सोमवार को किसी तरह की विशेष सुविधा नहीं देने का हवाला देकर उन्हें लौटा दिया. अंतत: कृष्णा बम ने निकास द्वार पर जल चढ़ा कर लौट गयी. छतीसगढ़ के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धर्मपाल कौशिक ने कतारबद्ध होकर बाबा पर जलाभिषेक किया.नेपाल से आये कांवरियों ने मांगी सिम की सुविधा, यूपीवाले ने कहा- अच्छी है व्यवस्था