देवघर-दुमका रेल लाइन अटल जी की थी परिकल्पना
देवघर : भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अपने चुनावी दौरे में जब देवघर स्थित वैदिकालय के समीप महादेवी स्मृति भवन में आते थे, तो देवघर व संताल परगना के विकास के मुद्दे पर बिंदुवार चर्चा होती थी. महादेवी स्मृति भवन के जिस कमरे में अटल जी रात्रि विश्राम करते थे व चर्चाएं होती […]
देवघर : भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अपने चुनावी दौरे में जब देवघर स्थित वैदिकालय के समीप महादेवी स्मृति भवन में आते थे, तो देवघर व संताल परगना के विकास के मुद्दे पर बिंदुवार चर्चा होती थी. महादेवी स्मृति भवन के जिस कमरे में अटल जी रात्रि विश्राम करते थे व चर्चाएं होती थी, आज भी वह कमरा वैसा ही है.
इस चर्चा में आरएसएस के प्रचारक दिनेशचंद्र दास, पूर्व सांसद जनार्दन यादव, पूर्व सांसद जगदम्बी यादव, पूर्व विधायक फाल्गुनी प्रसाद यादव शामिल रहते थे. इस चर्चा के बाद ही देवघर से दुमका तक रेल सेवा की परिकल्पना पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी ने की थी. महादेवी स्मृति भवन से जब अटल जी सड़क मार्ग से दुमका गये थे, तो इस इलाके में रेल सेवा को आवश्यक बताया था.
दुमका के गांधी मैदान में चुनावी सभा के दौरान अटल जी ने वायदा किया था कि अगर सत्ता आयी तो देवघर-दुमका रेल लाइन की स्वीकृति दी जायेगी व दुमका को रेल सेवा से जोड़ा जायेगा. अपने वायदे के अनुसार अटल जी जब प्रधानमंत्री बने व बांका के सांसद दिग्विजय सिंह रेल राज्यमंत्री बने, तो देवघर-दुमका रेल लाइन की स्वीकृति दी गयी.
दिनेशचंद्र दास के पुत्र आरएसएस के पूर्व जिला बौद्धिक प्रमुख रवि दास कहते हैं कि संताल परगना के कई विकास के मुद्दे पर अटल जी ने सपना देखा था व रूपरेखा तैयार की थी, आज उनके सपने पूरा हो रहे हैं.