कांवरियों की कतार फुटओवर ब्रिज तक सिमटी

देवघर : श्रावणी मेले के 21वें दिन औसतन कम संख्या में कांवरिया जलार्पण के लिए पहुंचे. अहले सुबह जलार्पण शुरू होने के समय कांवरियों की कतार बीएड कॉलेज तक थी. इसके बाद जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, कांवरियों की कतार सिमटती गयी. सुबह नौ के बाद फुट आेवर ब्रिज से ही कांवरियों का प्रवेश कराने की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 18, 2018 8:42 AM
देवघर : श्रावणी मेले के 21वें दिन औसतन कम संख्या में कांवरिया जलार्पण के लिए पहुंचे. अहले सुबह जलार्पण शुरू होने के समय कांवरियों की कतार बीएड कॉलेज तक थी. इसके बाद जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, कांवरियों की कतार सिमटती गयी. सुबह नौ के बाद फुट आेवर ब्रिज से ही कांवरियों का प्रवेश कराने की व्यवस्था की गयी, जो दिन भर जारी रहा.
कांवरियों की संख्या कम होने का असर शीघ्रदर्शनम कूपन की ब्रिकी पर भी देखी गयी. दो हजार कांवरिये ही कूपन लेकर जलार्पण किये. कांवरियों की भीड़ रहने के कारण प्रशासनिक व पुलिस पदाधिकारी थोड़ी राहत की सांस ली. देवघर डीसी सपत्नीक जलार्पण करने के लिए बासुुकिनाथ गये. कांवरिया रूट लाइन में तैनात जवान भी आराम करते दिखे.
आंकड़ों पर उठ रहे सवाल : दिनभर सहज, सुलभ जलार्पण के बाद प्रशासन की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, एक लाख सात हजार एक कांवरियों ने जलार्पण किये.
जिसमें आंतरिक अरघा से 76,843 व बाह्य अरघा से 27,948 जलार्पण शामिल है. यदि दिन भर फुटओवर ब्रिज से ही कांवरियों को प्रवेश कराया जा रहा था, तो फिर बाह्य जलार्पण करनेवालों की संख्या इतनी कैसे हो गयी?
सुल्तानगंज से जारी आंकड़ों में भी गड़बड़ी के आसार : सुल्तानगंज से मिली जानकारी के अनुसार, 21वें दिन कुल 2 लाख 72 हजार 925 कांवरियों ने कांवर उठाया. तीन दिन पहले भी करीब 1.88 लाख कांवरियों के जल उठाने की सूचना मिली थी. सुल्तानगंज में यह आंकड़ा नयी सीढ़ी घाट तथा कृष्णगढ़ मुख्य नियंत्रण कक्ष से प्रशासनिक स्तर पर जारी की जाती है.

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