70 पार उम्र के बाद भी बूढ़ी आंखों को पेंशन का इंतजार
सारठ बाजार : प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद ग्रामीणों क्षेत्र के गरीब आदिवासी परिवारों को आस जगी थी कि शहर की तरह ग्रामीणों का भी पक्का मकान बनेगा, लेकिन सरकारी बाबुओं के उदासीन रवैये के कारण गरीब परिवारों को पीएम आवास का लाभ नहीं मिल पा रहा है. लगवां पंचायत के आदिवासी बहुल बगजोरिया गांव […]
सारठ बाजार : प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद ग्रामीणों क्षेत्र के गरीब आदिवासी परिवारों को आस जगी थी कि शहर की तरह ग्रामीणों का भी पक्का मकान बनेगा, लेकिन सरकारी बाबुओं के उदासीन रवैये के कारण गरीब परिवारों को पीएम आवास का लाभ नहीं मिल पा रहा है. लगवां पंचायत के आदिवासी बहुल बगजोरिया गांव में लगभग 150 घर आदिवासी परिवार हें. गांव के सभी ग्रामीणों का सेक डाटा में नाम रहने के बाद भी योजना का लाभ नहीं मिल रहा है.
शौचालय, विधवा व वृद्धा पेंशन के का लाभ नहीं मिल पा रहा है. शौचालय नहीं रहने के कारण लोग खुले में शौच करने को विवश हैं. गिरीश सोरेन, सर्जन सोरेन, कृष्णा सोरेन, बाबूराम सोरेन, प्रमोद सोरेन, रासमुनी मुर्मू, मनोदी मुर्मू, फुलमनी मुर्मू, सुन्दरमुनी मरांडी, मक्कु मुर्मू चांदमुनी टुटू आदि ने ताया कि आवास के लिए पंचायत से लेकर प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगा चुके हैं. इसके बाद भी उनकी समस्या नहीं सुनी जा रही है. गांव में कई विधवा व वृद्धा महिला 60 वर्ष की उम्र पार कर चुके हैं, लेकिन पेंशन का लाभ नहीं मिल पा रहा है.