फिर नहीं बांटा गया एक माह का पोषाहार
देवघर: समाज कल्याण विभाग से आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों, गर्भवती महिला व धात्री माता को मिलने वाला पोषाहार समय पर मुहैया कराने में बाल विकास परियोजना के अधिकारी बेपरवाह हैं. देवघर जिले के 1500 आंगनबाड़ी केंद्रों में अप्रैल माह का हवाला देकर तीन मई को सूखा पोषाहार (टीएचआर) का वितरण कर दिया गया. लेकिन मई […]
देवघर: समाज कल्याण विभाग से आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों, गर्भवती महिला व धात्री माता को मिलने वाला पोषाहार समय पर मुहैया कराने में बाल विकास परियोजना के अधिकारी बेपरवाह हैं.
देवघर जिले के 1500 आंगनबाड़ी केंद्रों में अप्रैल माह का हवाला देकर तीन मई को सूखा पोषाहार (टीएचआर) का वितरण कर दिया गया. लेकिन मई माह का पोषाहार फिर गायब हो गया. एक माह बीतने के बावजूद अब तक केंद्रों में पोषाहार का वितरण नहीं किया गया है. विभाग द्वारा समय पर राशि उपलब्ध नहीं कराये जाने के कारण बच्चों व महिला को पोषाहार से वंचित रहना पड़ रहा है. जबकि सुप्रीम कोर्ट का स्पष्ट निर्देश है कि आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को दिये जाने वाला पोषाहार एक दिन भी बंद नहीं करना है.
देवघर जिले में सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश की लगातार अनदेखी हो रही है. नियमानुसार आंगनबाड़ी केंद्रों में सेविका अपने-अपने नजदीकी दुकान से उधार पर पोषाहार की खरीदारी करती हैं व इसके बाद वाउचर प्रस्तुत करने के उपरांत पोषाहार की राशि सेविका के खाते में ट्रेजरी से भुगतान किया जाता है. लेकिन पिछले माह का उधार की राशि अब तक नहीं चुकाये जाने पर केंद्रों में सेविका ने मई माह का टीएचआर (पोषाहार) वितरण करने में असमर्थता जतायी. विभाग ने भी इसमें कोई गंभीरता नहीं दिखायी. इस परिस्थिति में पोषाहार का वितरण अटक गया. विभाग से देवघर जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषाहार मद पर प्रति माह सवा करोड़ रुपये खर्च की जाती है. इसमें प्रत्येक केंद्र पर आठ से दस हजार रुपये का बजट रहता है.
‘ तीन मई को बांटे गये पोषाहार की राशि का आवंटन में विभाग स्तर से ही देर हुई है. इस कारण सेविका दोबारा उधार पोषाहार लेने में असमर्थ थी. एक सप्ताह पहले आवंटन प्राप्त हो चुका है. तेजी से सेविकाओं के खाते में राशि उपलब्ध करा दी जायेगी. तीन दिनों के अंदर केंद्रों में पोषाहार का वितरण करा दिया जायेगा’
– राजीव रंजन सिन्हा, डीपीओ, समाज कल्याण, देवघर