अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जा रहे हैं मंदिर प्रभारी

देवघर : बासुकिनाथ के बाद अब देवघर में भी मंदिर प्रशासन द्वारा किये जा रहे कई कार्यों पर पुरोहितों ने नाराजगी जतायी है. पंडा धर्मरक्षिणी सभा के महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर ने कहा कि बाबा मंदिर प्रभारी अंजनी दुबे मंदिर में राजनीति कर रहे हैं. वह अपने कार्य पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. वे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 7, 2018 4:26 AM

देवघर : बासुकिनाथ के बाद अब देवघर में भी मंदिर प्रशासन द्वारा किये जा रहे कई कार्यों पर पुरोहितों ने नाराजगी जतायी है. पंडा धर्मरक्षिणी सभा के महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर ने कहा कि बाबा मंदिर प्रभारी अंजनी दुबे मंदिर में राजनीति कर रहे हैं. वह अपने कार्य पर ध्यान नहीं दे रहे हैं. वे सरदार पंडा श्रीश्री गुलाब नंद ओझा के सामने मीडिया से बात कर रहे थे. श्री ठाकुर ने कहा : मंदिर प्रभारी पिछले चार माह से केवल अखबारों में बयानबाजी कर सुर्खियां बटोर रहे हैं.

अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर…
माता पार्वती मंदिर व लक्ष्मी नारायण मंदिर का पट कई महीनों से टूटा पड़ा है. उसे मरम्मत या बदलवा नहीं पाये हैं. बाबा मंदिर में नीति निर्धारक की भूमिका निभा रहे हैं. वह अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर काम कर रहे हैं. उन्हें श्राइन बोर्ड की बैठक में लिये निर्णय को लागू करना मात्र दायित्व है. हाइकोर्ट ने भी कोई निर्णय लेने के लिए पंडा धर्मरक्षिणी सभा, स्थानीय तीर्थपुरोहित समाज व सरदार पंडा से बातचीत करना अनिवार्य बताया है. जबकि मंदिर प्रभारी सबको दरकिनार कर खुद काे सर्वेसर्वा प्रचारित कर रहे हैं. इससे पंडा समाज में नाराजगी है. इस अवसर पर मंत्री निताय चांद, मंदिर उपचारक भक्तिनाथ फलाहारी आदि मौजूद थे.
किसी भी निर्णय में तीर्थपुरोहित का नहीं लेते राय
कोई निर्णय से पहले सभा की राय ली जाये : सरदार पंडा
सरदार पंडा श्रीश्री गुलाब नंद ओझा ने कहा कि पंडा धर्मरक्षिणी सभा सर्वमान्य सामाजिक संगठन है. इसे सरकार भी मान रही है. सभा के दो सदस्य वर्तमान में श्राइन बोर्ड में सदस्य हैं. उनकी बातों को बोर्ड में भी गंभीरता से लिया जाता है. सबका मकसद मंदिर की भलाई है, तो सबकी राय लेने में कोई हर्ज नहीं है.

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