सारवां : एक माह से बारिश नहीं होने से खेतों में झुलस रहे धान की फसल को लेकर परेशान सारवां नारंगी के किसानों ने विधायक के साथ विरोध प्रदर्शन किया. कहा कि सरकार अविलंब सारवां प्रखंड को सुखाड़ क्षेत्र घोषित करे, नहीं तो बाध्य होकर किसानों को जन आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना होगा. कहा कि किसानों के समक्ष अब कोई रास्ता नहीं बचा है.
फसलें तो सभी झुलस चुकी है. अब उसमें घी डालने से भी कुछ नहीं हो सकता है. सरकार अगर सही मायने में किसानों का दर्द बांटना चाहती है तो क्षेत्र को सुखाड़ग्रस्त घोषित करे. कहा कि किसानों के समक्ष करो या मरो की हालत है. सरकार अविलंब राहत पैकेज की घोषणा कर किसानों को बचाये. मौके पर विधायक को किसानों ने अपने खेतों में झुलस रही फसलों को दिखाते हुए समस्या से अवगत कराया
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किसानों ने केसीसी ऋण की माफी करने, वैकल्पिक खेती की व्यवस्था करने, रबी के लिये अजय नदी से पटवन की व्यवस्था करने की मांग की. कहा किसान अपनी मांग के लिये जन आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे. विधायक ने किसानों का समर्थन करते हुए कहा कि सारवां की हालत बहुत दयनीय हो गई है. सरकार अविलंब इस क्षेत्र को सूखाग्रस्त घोषित करे.
किसानों की मांग को सड़क से विधान सभा तक में जोरदार ढंग से उठाया जायेगा. अगर किसानों की आवाज नहीं सुनी गई तो जन आंदोलन किया जायेगा. इस अवसर पर सुदर्शन राय, शंभू वर्मा, मिथिलेश सिंह, मदन यादव, सीताराम यादव, ललित झा, टेंपू सिंह आदि सैकड़ों किसान मौजूद थे.