मधुपुर से सीधे कोडरमा-गया तक रेल परिचालन में कई अड़चनें
मधुपुर : कोवाड से महेशमुंडा तक 25 किलोमीटर की रेलवे लाइन बनकर पूरी तरह से तैयार है. सीआरएस की टीम ने पिछले जुलाई के अंत में इस रूट का निरीक्षण भी कर लिया है. निरीक्षण के उपरांत इस रूट पर ट्रेन चलाने की स्वीकृति भी दे दी गयी है. इस रूट के बन जाने से […]
मधुपुर : कोवाड से महेशमुंडा तक 25 किलोमीटर की रेलवे लाइन बनकर पूरी तरह से तैयार है. सीआरएस की टीम ने पिछले जुलाई के अंत में इस रूट का निरीक्षण भी कर लिया है. निरीक्षण के उपरांत इस रूट पर ट्रेन चलाने की स्वीकृति भी दे दी गयी है. इस रूट के बन जाने से अब मधुपुर से रेल लाइन भाया महेशमुंडा-कोडरमा होते हुए गया स्टेशन से सीधे जुड़ गया है.
इसके बाद भी मधुपुर से गया के लिए सीधे रेल परिचालन शुरू होने में अब भी कई अड़चन है. हालांकि रेल अधिकारियों ने बताया कि इसी साल के किसी भी महीने में महेशमुंडा से कोडरमा तक मेमू ट्रेन चलाया जायेगा. लेकिन मधुपुर से सीधे रेल परिचालन में अभी कम से कम 9 महीने का और इंतजार करना पड़ सकता है.
मधुपुर-महेशमुडा रूट पर बदली जा रही है पटरी : मधुपुर-गिरिडीह रेलखंड पर दो दशक पुरानी रेल पटरियां बिछी हुई है. जो कई जगह खराब हो चुकी है. इसी रेलखंड पर फिलहाल ट्रेनों की अधिकतम रफ्तार 60 किलोमीटर निर्धारित है. लेकिन खराब पटरी के कारण जगह-जगह कॉशन दिया गया है और अधिकतम स्पीड की सीमा इन जगहों पर 30 किलोमीटर है.
मधुपुर से गिरिडीह तक के रेलवे लाइन को पूरी तरह से बदला जाना है. इसके लिए विभाग ने कई बार निविदा भी निकाला. लेकिन 18 प्रतिशत जीएसटी के अड़चन के कारण निविदा का निस्तारण समय पर नहीं हुआ और पुन: निविदा निकालने के बाद एक संवेदक को उक्त काम आवंटित कर दिया गया है.
इसी बीच रेलवे ने विभागीय स्तर से मैनुअल तौर पर रेलवे पटरी बदलने का काम प्रारंभ किया था.वर्तमान में मधुपुर से 6 किलोमीटर दूरी तक का रेलवे पटरी बदला जा चुका है. अब संवेदक मशीन के माध्यम से काम को रफ्तार देंगे और मधुपुर से महेशमुंडा तक 28 किलोमीटर रेलवे लाइन में पटरी बदलने का काम जुन 2019 तक पूरा होगा. इसके बाद ही मधुपुर से एक्सप्रेस या सवारी ट्रेन सीधे कोडरमा व गया तक मिलने की संभावना है.
ये-ये होंगे स्टेशन
मधुपुर, सुग्गा पहाड़ी, जगदीशपुर, फुलजोरी, महेशमुंडा के बाद नया बिछाया गया रेलवे लाइन के अंतर्गत सलैया, कोवाड, चरघरा, जमुआ, धुरईटांड़, धनवार, राकेशबाग, नावाडीह, नवलशाही हॉल्ट, महेशमरवा हॉल्ट, कोडरमा टाउन व कोडरमा जंक्शन पड़ेंगे.
समय व पैसे बचेंगे
नयी रेललाइन से ट्रेन का परिचालन शुरू होने पर मधुपुर व गिरिडीह समेत आसपास के लोग आसनसोल होते हुए धनबाद-कोडरमा-गया नहीं जाकर सीधे तौर पर मधुपुर के मैन लाइन से सीधे ग्रैंड कॉड लाइन से जुड़ जायेंगे. इससे काफी समय और पैसे की बचत होगी.