शीघ्र दर्शनम् के दर कम होने की नहीं मिली जानकारी, मंदिर प्रशासन ने काउंटर खोला तीर्थ पुरोहितों ने जड़ दिया ताला

देवघर : बुधवार को भी शीघ्र दर्शनम् का दर नहीं घटा. तीर्थ पुरोहित सुबह से शाम तक इंतजार करते रहे. देर शाम तक दर घटने की सूचना नहीं आयी. सभी लोग ऊहापोह की स्थिति में है. मंदिर प्रशासन की ओर से सुबह में शीघ्र दर्शनम का काउंटर खोला गया था जिसपर तीर्थपुरोहितों ने गेट ताला […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 4, 2018 6:48 AM
देवघर : बुधवार को भी शीघ्र दर्शनम् का दर नहीं घटा. तीर्थ पुरोहित सुबह से शाम तक इंतजार करते रहे. देर शाम तक दर घटने की सूचना नहीं आयी. सभी लोग ऊहापोह की स्थिति में है. मंदिर प्रशासन की ओर से सुबह में शीघ्र दर्शनम का काउंटर खोला गया था जिसपर तीर्थपुरोहितों ने गेट ताला मार दिया.
कर्मी को बंद रखने को कहा. इससे वीआइपी पास लेने के इच्छुक लोगों को भी सामान्य गेट से पूजा कराना पड़ा. बिहार शरीफ के विधायक व एक सेवानिवृत्त जज को भी संस्कार मंडप से होकर पूजा करना पड़ा. कृषि मंत्री रणधीर सिंह के आश्वासन पर पंडा धर्मरक्षिणी सभा ने अपना आंदोलन भी वापस ले लिया है. सभा के महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर ने मंगलवार रात में ही आंदोलन वापस लेने की घोषणा कर दी है.
अब मामला कृषि मंत्री के आश्वासन व मुख्यमंत्री के आदेश पर अटक गया है. बुधवार को कृषि मंत्री रणधीर सिंह ने बाबा मंदिर में पूजा करने की बात थी. इसके लिए बड़ी संख्या में तीर्थ पुरोहित उत्साह से इंतजार कर रहे थे. उनके इंतजार में खुद पंडा धर्मरक्षिणी सभा के महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर भी रहे. बाद में सूचना मिली कि कृषि मंत्री रणधीर सिंह एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने झारखंड राज्य से बाहर दूसरे राज्य गये हैं.
इसलिए पूजा करने नहीं आ रहे हैं. इसके बाद भी पंडा धर्मरक्षिणी सभा के महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर पूरे आत्म विश्वास में दिखे. अपने समर्थकों के साथ पूजा की. उन्होंने बाबा का दुग्धाभिषेक किया. महामंत्री ने कहा कि यह श्रद्धालुओं के लिए आंदोलन था. बाबाधाम आनेवाले अधिकांश श्रद्धालु मध्यम परिवार के होते हैं. उनकी आर्थिक स्थिति एक हजार रुपये खर्च कर पूजा करने की नहीं रहती. इसलिए दर कम करने की मांग की जा रही थी.

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