पुलिस का डर, युवाओं ने छोड़ा घर

देवघर : एयरपोर्ट के दायरे में सड़क आने के बाद देवघर-मधुपुर रोड को बगैर सूचना के काट देने पर विरोध जताने वाले लोगों को अपने लिए आवाज उठाना महंगा पड़ गया. वैकल्पिक सड़क की मांग के लेकर पांडेय दुकान चौक पर प्रदर्शन करने वाले ग्रामीणों पर जिस दिन पुलिस ने कुंडा थाने में एफआइआर दर्ज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 23, 2018 7:17 AM
देवघर : एयरपोर्ट के दायरे में सड़क आने के बाद देवघर-मधुपुर रोड को बगैर सूचना के काट देने पर विरोध जताने वाले लोगों को अपने लिए आवाज उठाना महंगा पड़ गया. वैकल्पिक सड़क की मांग के लेकर पांडेय दुकान चौक पर प्रदर्शन करने वाले ग्रामीणों पर जिस दिन पुलिस ने कुंडा थाने में एफआइआर दर्ज करायी, उसके बाद से ही आरोपित बने चार गांव के दर्जन भर युवक भागे-भागे फिर रहे हैं. पुलिस अब इन युवकों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. पुलिस के भय से दर्जन भर युवक गांव छोड़ गये. दशहरा जैसे पर्व में भी युवक घर पर नहीं रह पाये.
पुलिस के भय से रात में घर से बाहर युवक रह रहे हैं. गांव में जैसे ही पुलिस की गाड़ी पहुंचती है तो महिलाएं भी डर जाती है. पिछले एक माह से सलूरायडीह, तेतरिया हरिजन टोला, मुड़ियाडीह व खिजुरिया गांव के इन एक दर्जन युवकों के परिजनों की जिंदगी डर-डरकर कट रही है. त्योहार भी परिवार के साथ खुशी-खुशी नहीं मना पा रहे हैं. सल्लूराय डीह गांव के पंकज कुमार कहते हैं कि उनका पुलिस के डर से घर पर नहीं रहता है, क्या सड़क की मांग करना अपराध है.
भक्षक बन गयी है पुलिस
सलूरायडीह गांव के ग्राम प्रधान भगवान मंडल ने कहा कि एयरपोर्ट के लिए हमारे गांव की जमीन गयी है, हमलोग विकास योजना का साथ देने वालों में से है. लेकिन इस तरह से प्रताड़ित करना कहां तक उचित है. आज सलूरायडीह से देवघर तक जाने के लिए पक्की सड़क नहीं है. बगैर सूचना के सड़क काट दी गयी, जब दूसरा मार्ग मांगने लगे तो केस कर दिया. पुलिस रक्षक के बजाय भक्षक बन गयी है.
हक मांगना अधिकार
गौरीपुर पंचायत की पूर्व मुखिया संतोषी शर्मा ने अपने पंचायत के युवकों पर दर्ज मुकदमा वापस लेने की मांग सरकार से की है. संतोषी शर्मा ने कहा कि ग्रामीणों ने अपना हक मांगने के लिए प्रदर्शन किया था, जो उनका अधिकार है. सड़क ही नहीं रहेगी तो ग्रामीणों का आवागमन कैसे होगा. इसमें सभी जनप्रतिनिधियों को ग्रामीणों का साथ देना चाहिए. पुलिस को अपना रवैया सुधारना चाहिए.
क्या है घटनाक्रम
19 सितंबर को तेतरिया गांव के पास सड़क काट कर प्रशासन ने ब्लॉक किया था रास्ता
ग्रामीणों ने रास्ते की मांग के लिए किया था आंदोलन
प्रशासन ने रास्ता दिया, पर आंदोलनकारियों पर की प्राथमिकी

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