जेल जाने से पूर्व माला पहना कर स्वागत

मधुपुर: झारखंड आंदोलन में सहभागिता निभाते हुए रेल रोको कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाले अबलाकांत झा ने सोमवार को रेलवे न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष आत्मसमर्पण किया. मामले की सुनवाई के बाद न्यायिक दंडाधिकारी तौफिकुल हसन की अदालत ने उन्हें जेल भेज दिया गया. रेल चक्का जाम में थे शामिलरेल रोको आंदोलन में मधुपुर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:45 PM

मधुपुर: झारखंड आंदोलन में सहभागिता निभाते हुए रेल रोको कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाले अबलाकांत झा ने सोमवार को रेलवे न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष आत्मसमर्पण किया. मामले की सुनवाई के बाद न्यायिक दंडाधिकारी तौफिकुल हसन की अदालत ने उन्हें जेल भेज दिया गया.

रेल चक्का जाम में थे शामिल
रेल रोको आंदोलन में मधुपुर स्टेशन परिसर में रेल चक्का जाम किया गया था. इस आंदोलन 35 से 40 लोगों ने अपनी-अपनी भूमिका निभायी थी. इसी आंदोलन में विधायक हाजी हुसैन अंसारी, प्रकाश मंडल, अबु तालिब अंसारी, मो यासिन, इकरामुल, ब्रह्नादेव वर्मा, मो अताउल, नुनुलाल, सोना लाल, बासुदेव रवानी, कंग्लू मरांडी, अब्दुल रशीद अंसारी, शमसुल, नूर मोहम्मद, छोटे लाल मरांडी आदि शामिल थे. इनमें दो लोगों ने अब तक न्यायालय में आत्मसमर्पण किया है. जबकि दो आंदोलनकारी का निधन हो चुका है.

आंदोलनकारी का हुआ स्वागत
जेल जाने से पूर्व स्थानीय विधायक सह पूर्व मंत्री हाजी हुसैन अंसारी ने अबलाकांत झा का फूल माला के साथ स्वागत किया. मौके पर श्री अंसारी ने कहा कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने झारखंड के अलग राज्य का सपना देखा था, वह पूरा हो गया. झारखंड संपूर्ण संपदा वाला राज्य है. जरूरत है, राज्य को विकास की ओर ले जाने की. मौके पर जयप्रकाश मंडल, मोरीब खान, असफाक अहमद, दिनेश्वर किस्कू, मकशद आदि मौजूद थे.

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