देवघर : कुंवारी पूजन के साथ सरस्वती महायज्ञ का हुआ समापन

आचार्य चिंतामणी करमहे के नेतृत्व में 11 वैदिकों ने की हवन अनुष्ठान देवघर : श्री बैद्यनाथ संस्कृत पुस्तकालय में लक्ष्मीपुर चौक स्थित संस्कृत पाठशाला के शताब्दी वर्ष के अवसर पर 21 नवंबर से आयोजित पांच दिवसीय सरस्वती-महायज्ञ का रविवार को कुंवारी पूजन के साथ समापन किया गया. इस अवसर पर यज्ञ स्थल में भक्तों का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 26, 2018 9:34 AM
आचार्य चिंतामणी करमहे के नेतृत्व में 11 वैदिकों ने की हवन अनुष्ठान
देवघर : श्री बैद्यनाथ संस्कृत पुस्तकालय में लक्ष्मीपुर चौक स्थित संस्कृत पाठशाला के शताब्दी वर्ष के अवसर पर 21 नवंबर से आयोजित पांच दिवसीय सरस्वती-महायज्ञ का रविवार को कुंवारी पूजन के साथ समापन किया गया.
इस अवसर पर यज्ञ स्थल में भक्तों का तांता लगा रहा. भक्तों ने यज्ञ स्थल की परिक्रमा कर मंगल कामना की. पांच दिवसीय यज्ञ में आचार्य चिंतामणि करमहे के नेतृत्व में 11 वैदिकों ने हवन अनुष्ठान में हिस्सा लिया. इस दौरान प्रत्येक दिन सुबह आठ बजे शुरू होकर शाम साढ़े पांच बजे हवन अनुष्ठान का आयोजन किया गया.
इससे पूरा वातावरण धार्मिक मय बना रहा. आचार्य- चिंतामनी करमहे, यजमान-सुनील खवाड़े, धर्मपत्नी कमला देवी, ब्रह्मा- राकेश झा, जापक- नारायण पलिवार, भागवत पाठक- मनीष मिश्रा, होतृगण ब्रजेंद्र नरौने, सुरेश पांडेय, रवि राज जजवाड़े, अाशीष पलिवार, रोनित द्वारी, दिवाकर फलाहारी, गणपति खवाड़े, रितेश पंडित, दीपक मठपति, प्रशांत नरौने आदि थे. कार्यक्रम को सफल बनाने में आयोजन समिति के अध्यक्ष समाजसेवी सुनील खवाड़े, सचिव पप्पू द्वारी, कोषाध्यक्ष संजय नारायण मिश्र, पुस्तकालय समिति के अध्यक्ष मार्कंडेय झा कुंजिलवार, प्रकाश भारद्वाज उर्फ झलकू, मनोज कुंजिलवार, दिनेश द्वारी, अमर चांद पंडित, मधुकर मिश्र, पंकज झा, उदय पुरोहितवार, नुनुमनी पुरोहितवार, झलकू मिश्र, सुबोध झा, रामकृष्ण जजवाड़े उर्फ बॉबी, संजय झा, महेश मिश्र, वीरेंद्र कुमार, धनंजय खवाड़े, अरुण खवाड़े आदि यज्ञ आयोजन समिति एवं श्री बैद्यनाथ पुस्तकालय समिति के सदस्यों ने सराहनीय भूमिका निभायी.

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