विरोध स्वरूप महिलाओं ने फाड़े खुद के कपड़े, 10 हिरासत में
देवघर : जसीडीह स्थित इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन द्वारा अधग्रिहित जमीन की घेराबंदी के विरोध के कारण मंगलवार को काम बंद रहा. बुधवार को सीओ जयवर्धन कुमार की देखरेख में भारी संख्या में महिला व पुलिस बलों की मौजूदगी में काम कराया जा रहा था. इसी बीच विस्थापित महिलाएं विरोध करते हुए कार्यस्थल जा रही थी. […]
देवघर : जसीडीह स्थित इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन द्वारा अधग्रिहित जमीन की घेराबंदी के विरोध के कारण मंगलवार को काम बंद रहा. बुधवार को सीओ जयवर्धन कुमार की देखरेख में भारी संख्या में महिला व पुलिस बलों की मौजूदगी में काम कराया जा रहा था.
इसी बीच विस्थापित महिलाएं विरोध करते हुए कार्यस्थल जा रही थी. जिसे पुलिस ने फौरन हिरासत में ले लिया.
इसके बाद आवेश में महिलाएं अपना कपड़ा फाड़ने लगी. भारी विराेध को देखते हुए पुलिस दस महिलाओं को हिरासत में लेकर महिला थाना ले आयी. हिरासत में ली गयी महिलाओं में सीता हांसदा, सरिता सोरेन, रानी सोरेन, सन्नी टुडू, लोकोन हांसदा, विरजू टुडू, सुकेड़ी हेंब्रम, फुलमनी मरांडी, सुदमिता मुर्मू, लीनमुनी मरांडी शामिल हैं.
सरकारी पहले हमारी जान लें, फिर करें घेराबंदी
विस्थापित महिलाओं ने कहा कि सरकार ने 1970 के दौरान उनकी जमीन का अधिग्रहण किया था. लेकिन, मुआवजा व विस्थापन नीति का लाभ आजतक नहीं मिला. सरकार ने मुआवजा नहीं दिया तो विस्थापित लोग अपनी जमीन नहीं देंगे. सरकार पहले हमारी जान ले तब जमीन की घेराबंदी करे. इस दौरान दंडाधिकारी समीर अल्फ्रेड मुर्मू, जसीडीह थाना के एसआइ करुणा सिंह, एएसआइ आरसी चौधरी, रामानंद सिंह, प्रदीप सिंह, ओम प्रकाश, महिला थाना की एएसआई उमा रानी पाल, उषा कुमारी मौजूद थे.
क्या है मामला
इंडियन ऑयल द्वारा औद्योगिक क्षेत्र में वाहन पड़ाव, मनोरंजन पार्क तथा अन्य संसाधन के लिये लगभग 34 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया है. मंगलवार को जमीन की घेराबंदी का विरोध करते हुए बदलाडीह की महिलाएं मुआवजा व विस्थापन नीति के तहत मिलने वाले लाभ की मांग की. महिलाओं के विरोध को देखकर काम रोक दिया गया. दूसरे दिन बुधवार को दोबारा पुलिस बलों की मौजूदगी में काम चालू होते ही महिलाएं विराेध करने पहुंच गयी थी.