देवघर : शौचालय जाने के लिए पुलिसकर्मी करते हैं अंधेरे का इंतजार
डाबरग्राम पुलिस लाइन में समस्याओं का अंबार, कच्चे रास्ते से आवागमन करते हैं पुलिसकर्मी देवघर : हर रोज कठिन से कठिन परिस्थिति में भी लोगों की सुरक्षा में तैनात रहने वाले पुलिसकर्मियों की समस्याओं पर किसी का ध्यान नहीं है. डाबरग्राम पुलिस लाइन में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है, बावजूद कभी इनकी समस्याओं को […]
डाबरग्राम पुलिस लाइन में समस्याओं का अंबार, कच्चे रास्ते से आवागमन करते हैं पुलिसकर्मी
देवघर : हर रोज कठिन से कठिन परिस्थिति में भी लोगों की सुरक्षा में तैनात रहने वाले पुलिसकर्मियों की समस्याओं पर किसी का ध्यान नहीं है. डाबरग्राम पुलिस लाइन में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है, बावजूद कभी इनकी समस्याओं को दूर करने का प्रयास नहीं हुआ. उनके आवासन स्थल पर कठिनाई ही कठिनाई है. जीर्ण-शीर्ण स्थिति में बैरक में पानी तक की उचित व्यवस्था नहीं हैं. यहां रहनेवाले पुलिसकर्मी शौचालय जाने के लिए अंधेरे का इंतजार करते हैं. पुलिस लाइन में करीब दो दर्जन शौचालय हैं, लेकिन उचित रखरखाव नहीं रहने से जर्जर हालत में पहुंच गये हैं.
अधिकांश शौचालय में दरवाजा नहीं है. अगर एक-दो शौचालयों में दरवाजा है भी तो टूटा-फूटा है. ऐसे में पुलिसकर्मी सुबह होने के पूर्व अंधेरे में ही शौचालय जाते हैं या फिर शाम होने का इंतजार करते हैं. अगर दिन में किसी की तबीयत बिगड़ी तो वे खुले मैदान में पीछे झाड़ियों की तरफ चले जाते हैं.
पुलिस लाइन के अंदर पक्की सड़क भी नहीं
पुलिस लाइन तक पहुंचने के लिए अच्छी सड़क भी नहीं है. अंदर तक पुलिसकर्मी कच्चे रास्ते से गुजरकर आते-जाते हैं. बरसात में तो वहां तक जाने में काफी कठिनाई होती है. अक्सर दुर्घटना का भय बना रहता है.
पेयजल के लिए भी वहां पर्याप्त पानी की व्यवस्था नहीं है. एक पुराना बोरिंग, जिसमें मोटर लगा है. पुराना होने के कारण मोटर भी अक्सर खराब होता रहता है. मोटर खराब होने पर पुलिसकर्मी आपस में चंदा एकत्रित कर उसे बनवाते हैं. अधिकांश पुलिसकर्मी पेयजल के लिए 20 लीटर वाला मिनिरल वाटर का जार खरीदते हैं. पुलिस लाइन में सरकारी तौर पर कोई कैंट व आरओ आदि नहीं लगा हुआ है.