देवघर : शहर में लगातार गोली मारने व दहशत के लिए फायरिंग की घटनाएं हो रही है. अधिकांश में टीनएजेर्स की संलिप्तता सामने आ रही है. सबसे बड़ा सवाल है कि उन्हें हथियार कौन उपलब्ध करा रहा है. पुलिस यह पता नहीं लगा पा रही है कि हथियारों का सौदागर कौन है, जो आसानी से देवनगरी में पिस्तौल-गोली उपलब्ध करा रहा है.
स्थिति यह है कि यहां के हर गली में अधिकांश टिनेजर्स के हाथ में पिस्तौल-गोली आसानी से मिल जा रही है. बात-बात में हथियार चमकाना व फायर कर देना आम बात हो गयी है. हाल के दिनों में शहर में हुई घटनाओं से इसका अंदाजा लगाया जा सकता है. यही नहीं करीब डेढ़-दो महीने पूर्व कुंडा थाना क्षेत्र में सरेशाम स्कूटी सवार टीनेजर्स ने लगातार पांच राउंड हवाई फायरिंग की थी.
वहीं समीप के एक दुकानदार ने दूसरे दिन खोखा भी जब्त कर कुंडा थाने में जमा किया था. बावजूद इस घटना में पुलिस ने न ही एफआइआर दर्ज किया और न ही सनहा ही दर्ज हुआ. इसी तरह एक फायरिंग की घटना के बाद नगर पुलिस ने कुंडा थाना क्षेत्र से एक टीनेजर्स को पूछताछ के लिए थाना लाया था.
उस दौरान पुलिस के पास उक्त टीनेजर्स व उसके साथी का हथियार के साथ सोशल साइट फेसबुक पर वायरल फोटो भी प्राप्त हुआ. बाद में उक्त टीनेजर्स का साथी हथियार-गोली के साथ नगर पुलिस के हत्थे चढ़ा और जेल भी गया. इस मामले में भी पुलिस ने कोई शिकायत दर्ज नहीं की और यह पता करना उचित नहीं समझा कि आखिर किस सौदागर से आसानी से वे लोग हथियार-गोली खरीद रहे हैं.
अवैध तरह से टीनेजर्स के हाथ तक पहुंचने वाला पिस्तौल-गोली ही शहर की अमन, चैन व शांति में खलल डाल रहा है. ऐसे में शहर के लोग पुलिस से हथियार लाने वाले सौदागरों का पता कर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. पिछले कुछ दिन पूर्व बिहार के भागलपुर में अवैध हथियार के साथ पकड़े गये व्यक्ति ने खुलासा किया था कि देवघर में सफेदपोश के संरक्षण में वह हथियार पहुंचाता है.
एक बार डिगरिया के समीप एक सफेदपोश के साथ उसकी अवैध हथियार की बड़ी डील भी हुई थी. बावजूद देवघर पुलिस ने कभी भागलपुर में पकड़े गये हथियार सप्लायर से पूछताछ करना तक उचित नहीं समझा.