मशीन उपलब्ध, पर सर्वाइकल कैंसर से निबटने को गंभीर नहीं अस्पताल प्रबंधन

देवघर : महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए करीब छह महीने पहले साहिबगंज में संताल परगना के सभी जिलों के सीएस को राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू व स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी द्वारा क्रायो मशीन उपलब्ध करायी गयी थी. मशीन बांटने का उद्देश्य संताल परगना में महिला स्वास्थ्य सुधार व महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 17, 2018 6:47 AM
देवघर : महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए करीब छह महीने पहले साहिबगंज में संताल परगना के सभी जिलों के सीएस को राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू व स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी द्वारा क्रायो मशीन उपलब्ध करायी गयी थी.
मशीन बांटने का उद्देश्य संताल परगना में महिला स्वास्थ्य सुधार व महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर से बचाना था. इस दौरान देवघर जिला से पहुंचे सिविल सर्जन डॉ कृष्ण कुमार को भी मशीन दी गयी थी. सदर अस्पताल की महिला रोग विशेषज्ञ डॉ निवेदिता को मशीन का प्रशिक्षण देकर नियमित संचालन का भी निर्देश मिला था.
लेकिन, मशीन मिलते ही यह सदर अस्पताल के एक कमरे की शोभा बढ़ा रही है. सभी जिलों को सर्वाइकल कैंसर से मुक्त करने के लिए रोग डिटेक्शन व जांच के लिए कॉल्पोस्कोप व क्रायो मशीन व गैस सिलिंडर दी गयी. ताकि, महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार हो सके. लेकिन यह मशीन करीब छह माह से सदर अस्पताल में पड़ी हुई है.
क्या है कॉल्पोस्कोप तथा क्रायो मशीन
कॉल्पोस्कोप मशीन सर्वाइकल कैंसर के डिटेक्शन के लिए तथा क्रायो मशीन सर्वाइकल कैंसर के उपचार के लिए होती है. कम उम्र में महिलाओं की शादी हाेने से उनमें सर्वाइकल कैंसर का खतरा अधिक होता है.
एेसे में महिलाओं को साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती है. डॉक्टर वैसे मरीजों का इलाज इस मशीन के माध्यम से उनके जननांग से लेकर गर्भाशय तक होने वाले खतरे को देख कर इलाज कर सकते हैं.
इस अवस्था में महिलाओं को संतुलित आहार लेना अति आवश्यक है. इसके अलावा जैविक खाद से तैयार अनाज एवं खाद्य पदार्थ व सही समय पर एवं पौष्टिक आहार की जरूरत पड़ती है.
कहते हैं सिविल सर्जन
कॉल्पोस्कोप मशीन सर्वाइकल कैंसर के पहचान के लिए, जबकि क्रायो मशीन सर्वाइकल कैंसर के उपचार के लिए है. लेकिन देवघर सदर अस्पताल के लिए सिर्फ क्रायो मशीन ही उपलब्ध करायी गयी है. इस कारण यहां अबतक इलाज चालू नहीं हो सकी है.
डॉ कृष्ण कुमार, सीएस, देवघर

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