देवघर : थम नहीं रहा सारवां के जियामाता मंदिर का विवाद, अब तीसरे पक्ष ने मंदिर पर पेश की अपनी दावेदारी

देवघर : सारवां प्रखंड के जियामाता मंदिर की दावेदारी को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. दावेदारी को लेकर पहले दो पक्ष आपस में उलझे थे कि पर तीसरा पक्ष भी दावेदारी को लेकर सामने आ गया. दावेदारी को लेकर आज कई लोगों ने बीडीओ से मिले. ज्ञात हो कि 28 दिसंबर को विवाद बढ़ता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 3, 2019 7:07 AM
देवघर : सारवां प्रखंड के जियामाता मंदिर की दावेदारी को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. दावेदारी को लेकर पहले दो पक्ष आपस में उलझे थे कि पर तीसरा पक्ष भी दावेदारी को लेकर सामने आ गया. दावेदारी को लेकर आज कई लोगों ने बीडीओ से मिले. ज्ञात हो कि 28 दिसंबर को विवाद बढ़ता देख यहां धारा 144 लगा दी गयी है.
बीडीओ से मिलने वालों में वनवरिया घटवाल समाज के दर्जनों लोग उपस्थित हुए. उपस्थित लोगों ने कहा कि अंग्रेजों की हुकूमत के समय इस स्थान का नाम जियाथान था, तथा जमाबंदी नंबर 68 के दाग नंबर 532 में नौ डिसमिल तत्कालीन वनवरिया के घटवाल राम नारायण सिंह द्वारा जियाथान के पर्चा में लक्खी राय, रामनारायण राय आदि का नाम दर्ज है.
पूजा-पाठ की जिम्मेदारी भी इन्हीं के ऊपर थी. लेकिन, आठ साल पहले जियाखाड़ा के ग्रामीण दावेदारी कर रहे हैं. उन लोगों ने बीडीओ से कागजात के साथ पक्ष रखते हुए न्याय की गुहार लगाई। इससे पहले जियामाता मंदिर पर स्वामित्व को लेकर बीते 28 दिसंबर को आमने-सामने हो गये थे.
इसे लेकर छह थाना की पुलिस के सहयोग से मामला को शांत कराया गया था व प्रशिक्षु आइएएस हेमंत सती की अध्यक्षता में प्रखंड कार्यालय में दोनों पक्षों के साथ बैठक कर दोनों पक्षों के मंदिर जाने पर तब तक प्रतिबंध लगा दिया गया है, जब तक कि निर्णय नहीं हो जाता है साथ ही मंदिर के गेट में विवाद थमने तक ताला लगा दिया गया है. इधर, थाना प्रभारी केशव सिंह ने बताया कि मंदिर क्षेत्र में धारा 144 लगा है. मामला सुलझने तक प्रवेश पर रोक है.

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