झारखंड में लूट ही लूट मची है : गोविंदाचार्य

देवघर : झारखंड जिस उद्देश्य से बना था, वह पूरा नहीं हुआ है. यहां लूट ही लूट मची है. नौकरशाह, नेता, मालामाल हो रहे हैं, यहां के लोग अपने मूल अधिकार से भी वंचित हो रहे हैं. उक्त बातें राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के संस्थापक केएन गोविंदाचार्य ने कही. वे देवघर मारवाड़ी कांवर संघ में अलख-यात्रा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 30, 2014 7:11 AM

देवघर : झारखंड जिस उद्देश्य से बना था, वह पूरा नहीं हुआ है. यहां लूट ही लूट मची है. नौकरशाह, नेता, मालामाल हो रहे हैं, यहां के लोग अपने मूल अधिकार से भी वंचित हो रहे हैं. उक्त बातें राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के संस्थापक केएन गोविंदाचार्य ने कही. वे देवघर मारवाड़ी कांवर संघ में अलख-यात्रा के अभिनंदन समारोह में आयोजित गोष्ठी के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा : झारखंड के वंचितों, शोषितों, दबे-कुचले लोगों, यहां के आदिवासी जहां थे, आज भी वहीं हैं.

इसलिए यहां व्यवस्था परिवर्तन जरूरी है. वर्तमान केंद्र सरकार महंगाई और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सत्ता में आयी है. लेकिन महंगाई जबरदस्त रूप से बढ़ रही है. इस संबंध में श्री गोविंदाचार्य ने कहा कि देश ने नरेंद्र मोदी जी को भारी जनसमर्थन देकर सत्ता में लाया है. उन्हें देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी का अहसास है. वे जनता की भावना के अनुरूप काम करेंगे. हमें उनके कार्य का आकलन करते रहना है. इस संबंध में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी.

कानून अपना काम करेगा : मध्य प्रदेश में व्यापमं घोटाला के संबंध में उन्होंने कहा : इससे संघ का कोई लेना-देना नहीं है. वैसे संघ प्रमुख ने कह दिया है कि घोटाले में कानून अपना काम करेगा. कानून को अपना करने दीजिए.

भारत में परंपरा का है अधिक महत्व : शंकराचार्य व साईं बाबा मामले के विवाद पर गोविंदाचार्य ने कहा : भारत में शास्त्र, लोक के बीच जब भी विवाद होता है, लोक परंपरा को लोग ज्यादा महत्व देते हैं. इसलिए परंपराएं अक्षुण्ण रहनी चाहिए. गंगा स्नान पर प्रतिबंध के सवाल पर उन्होंने कहा : जिन्होंने भी यह बयान दिया है, अपने पद की गरिमा के अनुरूप दिया है. वैसे गंगा जी सबसे बड़ी हैं. उनके बारे में कुछ भी कहने की धृष्टता वे नहीं कर सकते.

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