– दुमका टीडीएम ऑफिस के एसडीइ एडमिनिस्ट्रेटर संजीत कुमार की शिकायत पर नगर थाने में दर्ज हुई एफआइआर
– दैनिक मजदूर को फर्जी दस्तावेज के जरिए नियमित मजदूर बनाने का मामला
आशीष कुंदन, देवघर
भारतीय संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) में साजिश के तहत अस्थायी स्टेटस मजदूर (टीएसएम) से फर्जी दस्तावेज के जरिए नियमित मजदूर की नौकरी लगाने के मामले में नौ पूर्व पदाधिकारियों व 13 बीएसएनएल कर्मियों के खिलाफ नगर थाने में धोखाधड़ी की एफआइआर दर्ज करायी गयी है. यह मामला दुमका टीडीएम ऑफिस के एसडीइ एडमिनिस्ट्रेटर संजीत कुमार की शिकायत पर नगर थाने में दर्ज किया गया.
मामले में बीएसएनएल दुमका के पूर्व टीडीएम रविंद्र साहू सहित रिटायर हुए दुमका के टीडीइ बीसी यादव, गोड्डा के एसडीइ (पी) सेठ हांसदा, जेटीओ एस कुंडू, एकाउंट ऑफिसर एके रुज, दुमका टीडीएम कार्यालय के एकाउंट ऑफिसर वीपी सिन्हा, टीडीएम ऑफिस दुमका के डीइ (ए एंड पी) पीपी साह, टीडीएम ऑफिस के एसएस (इ) पीके सिंह, बीके सिन्हा के अलावा बीएसएनएल कर्मी अभय शंकर झा, भोला चौधरी, लाल बाबू चौधरी, मोहन चौधरी, अरुण कुमार, दिलीप कुमार, श्याम बिहारी, राधेश्याम यादव, राजकुमार यादव, इंद्रदेव यादव, कमलेश कांत यादव, सुरेंद्र कुमार वर्मा व उत्तम कुमार मंडल को आरोपित बनाया गया है.
क्या है मामला
एफआइआर में जिक्र है कि फर्जी दस्तावेज के आधार पर 09.03.1998 को इन 13 कर्मियों की बहाली हुई थी. कभी इनलोगों ने विभाग में अनियमित मजदूर के तौर पर काम नहीं किया था. इनलोगों का फर्जी ग्रेडेशन लिस्ट तैयार किया गया था. बहाली से लेकर नौकरी करने तक में इन कर्मियों को उपरोक्त बीएसएनएल अधिकारियों द्वारा मदद पहुंचायी गयी. धोखाधड़ी का मामला सामने आने के बाद बीएसएनएल ने विभागीय जांच करायी.
यह जांच जीएम विजिलेंस, सीटीडी कोलकाता के चेयरमैनशिप में की गयी. इन्होंने जांच रिपोर्ट 13 सितंबर 2018 को तथा सप्लीमेंटरी रिपोर्ट नौ जनवरी 2019 को सौंपी. मामले में जांच अधिकारियों ने 22 बीएसएनएल अधिकारियों व कर्मियों की संलिप्तता पायी. एफआइआर के आवेदन में सभी 22 बीएसएनएल पदाधिकारियों सहित कर्मियों के आरोप संबंधी दस्तावेज दिये गये हैं. यह भी कहा गया है कि मजदूरों की स्नातक स्तर की पढ़ाई का जाली सर्टिफिकेट जमा कराया गया है.
एडमिनिस्ट्रेटर जीएम व टीडीएम मिले एसपी से
बीएसएनएल झारखंड के जीएम एडमिनिस्ट्रेटर एके सामंता व दुमका के टीडीएम एमएल मुर्मू सहित अधिकारियों के टीम सुबह में नगर थाना पहुंचे और थाना प्रभारी मदन कुमार ठाकुर से मिलकर मामले में एफआइआर दर्ज करने का आग्रह किया. थाना प्रभारी ने घटनास्थल दुमका बताते हुए वहीं मामला दर्ज कराने को कहा. इसके बाद सभी बीएसएनल अधिकारी एसपी नरेंद्र कुमार सिंह से मिले और मामला दर्ज कराने का आग्रह किया. एसपी ने बीएसएनएल अधिकारियों की बातों को गंभीरता से लेकर नगर थाना प्रभारी को एफआइआर दर्ज कर कार्रवाई का निर्देश दिया. इसके बाद नगर थाना प्रभारी ने यह एफआइआर दर्ज कर एसआइ हीरानंद सिंह को अनुसंधान का जिम्मा दिया.
ये पूर्व पदाधिकारी बनाये गये हैं आरोपित
1. दुमका के पूर्व टीडीएम रविंद्र साहू-सीबीआइ के विशेष जज भुवनेश्वर के आदेश पर डिसमिस
2. दुमका के टीडीइ बीसी यादव-30.06.2004 को रिटायर
3. गोड्डा के एसडीइ (पी) सेठ हांसदा-28.02.2011 को रिटायर
4. जेटीओ एस कुंडू- 30.09.2011 को रिटायर
5. एकाउंट ऑफिसर एके रुज-31.08.2011 को रिटायर
6. दुमका टीडीएम कार्यालय के एकाउंट ऑफिसर वीपी सिन्हा-31.07.2011 को रिटायर
7. टीडीएम ऑफिस दुमका के डीइ (ए एंड पी) पीपी साह- 31.01.2004 को रिटायर
8. टीडीएम ऑफिस के एसएस (इ) पीके सिंह-31.05.2008 को रिटायर
9. बीके सिन्हा-31.01.2004 को रिटायर
आरोपित बीएसएनएल मजदूर-कहां कार्यरत
1. अभय शंकर झा-देवघर
2. भोला चौधरी-देवघर
3. लाल बाबू चौधरी-पालोजोरी
4. मोहन चौधरी-करौं
5. अरुण कुमार-गोपीकांदर दुमका
6. दिलीप कुमार-रानीबहाल
7. श्याम बिहारी-सुंदरपहाड़ी गोड्डा
8. राधेश्याम यादव-बरहरवा साहेबगंज
9. राजकुमार यादव-अमड़ापाड़ा दुमका
10. इंद्रदेव यादव-ललमटिया
11. कमलेश कांत यादव-कुंडहित जामताड़ा
12. सुरेंद्र कुमार वर्मा-09.03.98 से फरार
13. उत्तम कुमार मंडल-इटीआर दुमका