Deoghar : तपोवन जेल के पास ग्रामीणों ने हिरण को दौड़ाया, मौत
आशीष कुंदन देवघर : झारखंड के देवघर जिला के कुंडा थानांतर्गत तपोवन पहाड़ के बगल में स्थित देवघर सेंट्रल जेल की बाउंड्री के अंदर शनिवार की सुबह एक हिरण के बच्चे को देखा गया. उसे देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गयी. भीड़ को देखकर हिरण का बच्चा इधर-उधर भागने लगा. ग्रामीण भी […]
आशीष कुंदन
देवघर : झारखंड के देवघर जिला के कुंडा थानांतर्गत तपोवन पहाड़ के बगल में स्थित देवघर सेंट्रल जेल की बाउंड्री के अंदर शनिवार की सुबह एक हिरण के बच्चे को देखा गया. उसे देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गयी. भीड़ को देखकर हिरण का बच्चा इधर-उधर भागने लगा. ग्रामीण भी उसके पीछे दौड़े.
जेल परिसर में ग्रामीणों ने उसे पकड़ने की कोशिश की. भीड़ देखकर डरे-सहमे हिरण के बच्चे ने जान बचाने के लिए आठ फीट की दीवार को फांदने की कोशिश की. जैसे ही उसने छलांग लगायी, दीवार के ऊपर तार में फंसकर गिर गया. इसके बाद भी ग्रामीणों ने उसे दौड़ाना नहीं छोड़ा.
हिरण का बच्चा पास के एक घर के पास बेहोश होकर गिर पड़ा. कुछ ग्रामीणों ने उसे पकड़ा और गमछे से बांधकर पानी पिलाने लगे. इस दौरान हिरण गिरकर बेहोश हो गया और वहीं उसकी मृत्यु हो गयी. ग्रामीणों ने घटना की जानकारी कुंडा पुलिस को दी.
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सूचना मिलते ही कुंडा थाना के एएसआइ रामजी प्रसाद पुलिस बल के साथ वहां पहुंचे. लोगों से जानकारी लेकर उससे वन विभाग को अवगत कराया. इसके बाद डीएफओ प्रेमजीत आनंद के निर्देश पर वन विभाग की टीम पहुंची और मृत हिरण को उठाकर पोस्टमार्टम के लिए जिला पशुपालन अस्पताल ले गये. यहां मृत हिरण का पोस्टमार्टम किया जायेगा.
वन विभाग के अधिकारी अब इस बात की जांच में जुट गये हैं कि हिरण आया कहां से. वन विभाग को आशंका है कि यह पालतू हिरण हो सकता है. उनका कहना है कि आसपास जब कोई जंगल नहीं है, तो यह हिरण आया कहां से.
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डीएफओ प्रेमजीत आनंद ने कहा कि मृत हिरण के अंगों की कोई तस्करी न कर सके, इसलिए पोस्टमार्टम के बाद वन विभाग मृत हिरण के शव को नमक, चूना देकर दफन करायेगी.