एसपी से मिले विपक्ष के नेता, जांच की मांग
मामले में शशांक शेखर भोक्ता, सुरेश पासवान सहित 19 नामजद व 100 अज्ञात बने हैं आरोपित देवघर : देवघर-दुमका मुख्य पथ स्थित बैजनाथपुर चौक के पास इवीएम की आशंका पर स्टील बक्सा लोड ट्रक रोकने के मामले में दर्ज एफआइआर को लेकर विपक्ष का प्रतिनिधिमंडल एसपी से मिला और मामले में जांच की मांग की. […]
मामले में शशांक शेखर भोक्ता, सुरेश पासवान सहित 19 नामजद व 100 अज्ञात बने हैं आरोपित
देवघर : देवघर-दुमका मुख्य पथ स्थित बैजनाथपुर चौक के पास इवीएम की आशंका पर स्टील बक्सा लोड ट्रक रोकने के मामले में दर्ज एफआइआर को लेकर विपक्ष का प्रतिनिधिमंडल एसपी से मिला और मामले में जांच की मांग की. प्रतिनिधि मंडल में पूर्व मंत्री सह राजद जिलाध्यक्ष सुरेश पासवान सहित कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मुन्नम संजय के अलावे अन्य कई दलों के नेता-कार्यकर्ता शामिल थे. इस संबंध में पूछने पर एसपी नरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि उनके पास कुछ लोगों का प्रतिनिधिमंडल मिलने पहुंचे थे.
ईवीएम की आशंका पर स्टील बक्सा लोड ट्रक रोकने के मामले में दर्ज एफआइआर की जांच कराने की मांग उनलोगों ने किया. वे लोग कह रहे थे कि सरकारी कार्य में बाधा नहीं पहुंचाया है. यह भी कहा कि किसी दुर्भावना से ग्रसित होकर उस दिन बैजनाथपुर चौक पर नहीं गये थे और सरकारी कार्य में बाधा भी नहीं पहुंचायी है. इस मामले में जानकारी लेने के लिए पूर्व मंत्री सुरेश पासवान को कॉल किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका.
कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुन्नम संजय से पूछने पर उन्होंने बताया कि एसपी ऑफिस गये थे, लेकिन एसपी से मुलाकात नहीं हो सकी. 21 मई को इवीएम की आशंका पर स्टील बक्सा लोड ट्रक बैजनाथपुर चौक के समीप रोकने के मामले में रिखिया थाने में सारवां अंचल के लिपिक देवेंद्र मुर्मू ने एफआइआर दर्ज कराया है. दर्ज मामले में शशांक शेखर भोक्ता, सुरेश पासवान, सुधीर दास, भूतनाथ यादव, विनोद वर्मा, मुन्नम संजय, दिनेशानंद झा, सुरेश साह, रंजीत यादव, मणिकांत यादव, कृष्ण मोहन चौबे उर्फ बेनी, कुणाल राय, दिलीप यादव, नुनू झा, दीपक सिंह राजपूत, राहुल सिंह, राजेश यादव, मोहनपुर के सुनील यादव, कांग्रेस युवा अध्यक्ष नाम नहीं मालूम व 100 अज्ञात लोग आरोपित हैं. साक्ष्य स्वरुप आदेश की प्रति, घटनास्थल पर लिये गये फोटो, वीडियो क्लिप भी एफआइआर के साथ संलग्न है. देवेंद्र ने निर्वाचन जैसे राष्ट्रीय महत्व के कार्य में बाधा पहुंचाने व सरकार, प्रशासन, प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ धक्का-मुक्की करने, उनके प्रति असंसदीय व अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने, कर्तव्य संपादन करने जा रहे सरकारी सेवक के कार्य में बाधा पहुंचाने, जनसामान्य के आवागमन को घंटों बाधित रखने का आरोप लगाया है.