जसीडीह : डबल मर्डर मिस्ट्री की सीबीआइ जांच शुरू

देवघर: जसीडीह पुलिस लाइन के तालाब से जुड़ी डबल मर्डर मिस्ट्री की सीबीआइ जांच शुरू हो गयी. कांड के जांच के लिये गुरुवार को पटना सीबीआइ की स्पेशल क्राइम विंग के वरीय अधिकारियों की टीम देवघर पहुंची. सीबीआइ एसपी राजीव कुमार के नेतृत्व में आधे दर्जन वरीय अधिकारियों की टीम दोपहर करीब 12 बजे दोनों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2014 9:32 AM

देवघर: जसीडीह पुलिस लाइन के तालाब से जुड़ी डबल मर्डर मिस्ट्री की सीबीआइ जांच शुरू हो गयी. कांड के जांच के लिये गुरुवार को पटना सीबीआइ की स्पेशल क्राइम विंग के वरीय अधिकारियों की टीम देवघर पहुंची. सीबीआइ एसपी राजीव कुमार के नेतृत्व में आधे दर्जन वरीय अधिकारियों की टीम दोपहर करीब 12 बजे दोनों मृतका रश्मि व रोशनी (काल्पनिक नाम) के आवास पर पहुंची. दोनों के परिजनों से कांड के सिलसिले में करीब दो घंटे तक पूछताछ की.

परिजनों से हासिल की जानकारी : सीबीआइ के अधिकारियों ने रश्मि-रोशनी हत्याकांड से संबंधित कई बिंदुओं पर परिजनों से जानकारी हासिल की. फिर इस कांड के आइओ सह जसीडीह के तत्कालीन इंस्पेक्टर विनोद कुमार वर्मा को देवघर सीबीआइ कैंप कार्यालय (सिंचाई अतिथिशाला) में बुला कर पूछताछ की. इंस्पेक्टर श्री वर्मा दोपहर करीब तीन बजे सीबीआइ के कैंप कार्यालय पहुंचे, जो देर शाम में करीब सात बजे निकले. करीब चार घंटे तक बातचीत कर सीबीआइ टीम ने कांड के कई बिंदुओं पर जानकारी हासिल की. सीबीआइ कैंप कार्यालय से बाहर निकलने के बाद इंस्पेक्टर से पूछने पर उन्होंने बताया कि कांड में सहयोग के लिये बुलाया गया था. इस मामले में उनके पास जो भी जानकारी थी उन्होंने सीबीआइ टीम को दे दी. हालांकि सीबीआइ अधिकारी इस कांड के सिलसिले में कुछ भी बताने से इनकार कर गये. उधर दोनों मृतका के परिजनों ने भी सीबीआइ अधिकारियों द्वारा पूछताछ किये जाने की पुष्टि की है.

27 मई 2013 को मिली थी लाश

26 मई 2013 को घर से रश्मि व रोशनी साथ में निकली थी. इसकी शिकायत परिजनों ने जसीडीह थाने में भी दी थी. दूसरे दिन 27 मई की शाम में दोनों की लाश डाबरग्राम पुलिस लाइन के पीछे तालाब से बरामद हुई थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों की रेप कर हत्या करने की पुष्टि हुई थी. इस मामले की जांच में राज्यपाल के सलाहकार सहित डीजीपी पहुंचे थे. वहीं पूरे राज्य के पुलिस महकमे के कई अधिकारियों ने यहां कैंप किया था. बाद में मामला सीआइडी के हवाले किया गया था. बावजूद नतीजा अब तक सामने नहीं आ सका है.

एक्जीविट भी नहीं रख सकी पुलिस

इस मामले में पुलिस एक्जीविट को भी नहीं बचा कर रख सकी थी. दोनों मृतका का कपड़ा ही गायब हो गया था. इसी कांड में देवघर के तत्कालीन एसपी रंजीत कुमार प्रसाद एक माह में हटाये गये थे. वहीं एसडीपीओ पीके साह को बदल दिया गया था. इंस्पेक्टर व जसीडीह थाना के एक एसआइ पर भी कार्रवाई हुई थी.

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