ट्रेनों में नहीं होता है स्कॉट
मधुपुर: गिरिडीह-मधुपुर रेल खंड पर रेल यात्री रात को भगवान भरोसे सफर कर रहे हैं. ट्रेन के स्कॉट के लिए पूर्व में लगाये गये हथियारबंद जवानों को महीनों पहले ही हटा लिया गया है. जो अब तक बहाल नहीं किया गया है. रात्रि गश्ती के नाम पर जीआरपी के चार-पांच लाठीधारी जवान ही ट्रेन में […]
मधुपुर: गिरिडीह-मधुपुर रेल खंड पर रेल यात्री रात को भगवान भरोसे सफर कर रहे हैं. ट्रेन के स्कॉट के लिए पूर्व में लगाये गये हथियारबंद जवानों को महीनों पहले ही हटा लिया गया है. जो अब तक बहाल नहीं किया गया है. रात्रि गश्ती के नाम पर जीआरपी के चार-पांच लाठीधारी जवान ही ट्रेन में चलते हैं.
जो मधुपुर से ट्रेन खुलने के दौरान वातानुकूलित डब्बे में घुस कर अंदर से दरवाजा को बंद कर लेते हैं. पुन: लौटते वक्त गिरिडीह स्टेशन से ट्रेन खुलने से पूर्व ही यही कहानी दोहरायी जाती है. गत वर्ष ही लाठीधारी स्कॉट पार्टी रहते ही गिरिडीह ट्रेन में महेशमुंडा के पास डकैती हो चुकी है.
उक्त रेल खंड नक्सलियों के निशाने पर है. इसकी सूचना पूर्व में भी कई बार खुफिया विभाग द्वारा दी गयी है. कई स्टेशन सुनसान है. जहां अपराधियों द्वारा पहले भी ट्रेन में कई बार डकैती समेत अन्य आपराधिक घटना को अंजाम दिया जा चुका है. बढ़ती आपराधिक घटना को देख कर आरपीएसएफ व जीआरपी की संयुक्त हथियारबंद दस्ता द्वारा स्कॉट किया जाता था. लेकिन गुजरात चुनाव के दौरान ही आरपीएसएफ के हट जाने के बाद जीआरपी के लाठीधारी कभी ट्रेन को स्कॉट करते हैं तो कभी पुलिस की कमी बता कर छोड़ देते हैं.