पत्नी को अधमरा कर बोरे में बंद कर पुल से 70 फीट नीचे नदी में फेंका, 20 घंटे बाद मछुआरों ने निकाला

पति, उसके दोस्त व मामा पर लगाया दुष्कर्म के प्रयास का आरोप, कहा : बेटी की कर दी गयी है हत्या जमुई के चकाई स्थित खासपहरी की है रहनेवाली घायल महिला को लेकर उलझी चितरा व चकाई की पुलिस, घटनास्थल को लेकर हुआ विवाद एसडीपीओ ने कहा, चितरा थाना क्षेत्र की है घटना, पुलिस की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 4, 2019 6:23 AM
  • पति, उसके दोस्त व मामा पर लगाया दुष्कर्म के प्रयास का आरोप, कहा : बेटी की कर दी गयी है हत्या
  • जमुई के चकाई स्थित खासपहरी की है रहनेवाली
  • घायल महिला को लेकर उलझी चितरा व चकाई की पुलिस, घटनास्थल को लेकर हुआ विवाद
  • एसडीपीओ ने कहा, चितरा थाना क्षेत्र की है घटना, पुलिस की लापरवाही
  • रांची जाने की बात कर ले जा रहा था
सारठ(देवघर) : जमुई के चकाई थाना क्षेत्र के खासपहरी निवासी राजेश रजक ने दोस्त और रिश्तेदार के साथ मिल कर पत्नी (19 वर्ष) को मारने के इरादे से बोरे में बंद कर चितरा थाना-जामताड़ा मुख्य पथ के गबड़ा पुल से 70 फीट नीचे नदी में फेंक दिया. घटना शुक्रवार रात की है. शनिवार को दिन के तीन बजे मछुआरों को बोरे में से चिल्लाने की आवाज सुनायी दी. इसके बाद मछुआरों ने महिला को बोरे से बाहर निकाला.
वह गंभीर रूप से घायल थी. जानकारी मिलने पर थाना प्रभारी विमल कुमार सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. महिला को बेहोशी की हालत में सारठ सीएचसी लाया. यहां डाॅ जियाउल हक ने प्राथमिक इलाज किया. डॉक्टर के अनुसार, महिला के अंदरूनी हिस्से में गहरा जख्म है. महिला की सात महीने की बच्ची का पता नहीं चल पा रहा है. उसका आरोप है कि पति Âबाकी पेज 15 पर
कर दी है. हालांकि देर रात तक इसकी पुष्टि नहीं हो पायी थी.
दुष्कर्म का विरोध करने पर भी पीटा
महिला ने पुलिस को बताया है कि उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास भी किया गया. विरोध करने पर उसे काफी पीटा गया. उसने बताया कि पति राजेश राज मिस्त्री का काम मिलने की बात कह उसे बोलेरो से शुक्रवार को रांची ले जा रहा था. साथ में पति का दोस्त हारू राय, उसका मामा और महिला की सात माह की बच्ची भी थी.
महिला के अनुसार, शाम करीब छह बजे चकाई से निकलने के बाद वे लोग चितरा थाना-जामताड़ा मुख्य मार्ग पर गड़बड़ी पुल के पास पहुंचे. यहां पर राजेश ने उसकी पिटाई शुरू कर दी. पीट-पीट कर अधमरा कर दिया. इसके बाद उसे मरा समझ प्लास्टिक के बोरे में डाल कर पुल से नीचे फेंक दिया.
सूचना पर पहुंची चकाई पुलिस, ले जाने से किया इंकार
पूरे मामले में चितरा पुलिस की लापरवाही उजागर हुई है. चितरा थाने की पुलिस घटनास्थल अपने क्षेत्र में नहीं होने की बात कर मामले से बचती रही. चितरा थाना प्रभारी ने चकाई पुलिस को मामले की सूचना दी. इसके बाद चकाई से थाना प्रभारी रंजीत रंजन सारठ सीएचसी पहुंचे.
महिला का बयान लिया. फिर घटनास्थल चितरा थाना क्षेत्र में होने की बात कह चले गये. उन्होंने कहा कि चितरा पुलिस को मामला दर्ज कर महिला का इलाज कराना चाहिए था. इस तरह दो राज्यों की पुलिस के चक्कर में महिला का इलाज समय से शुरू नहीं हो पाया. प्रारंभिक उपचार के बाद वह काफी देर तक सारठ सीएचसी में ही पड़ी रही.
कहते हैं डॉक्टर
महिला की स्थिति बेहद नाजुक है. उसे अंदरूनी चोटें लगी हैं. सीएचसी से तो उसे रेफर कर दिया गया. महिला की जान को भी खतरा हो सकता है.
डॉ जियाउल हक, सीएचसी प्रभारी
कहते हैं एसडीपीओ
घटनास्थल चितरा में होने के नाते चितरा पुलिस की पहली जवाबदेही बनती है कि महिला का इलाज कराये. चितरा पुलिस ने लापरवाही बरती है. इसकी रिपोर्ट की जायेगी.
अरविंद कुमार सिंह, एसडपीओ

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