रविवार को पट बंद होने तक बाबा मंदिर में 1.25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किया जलार्पण
देवघर : श्रावणी मेले की तीसरी सोमवारी को लेकर बाबाधाम में अप्रत्याशित संख्या में कांवरियों के आने की संभावना है. प्रशासन ने भी इसकी तैयारी पूरी कर ली है.
रविवार की रात तक डीसी-एसपी समेत जिले के आला अधिकारी कांवरिया पथ व रूटलाइन का जायजा लेते रहे. प्रशासन ने दावा किया है कि सोमवार को नागपंचमी होने के कारण तीन लाख से अधिक कांवरिये जलाभिषेक करने पहुंचेंगे.
इधर, कांवरिया पथ पर केसरिया सैलाब भी उमड़ने लगा है. सुल्तानगंज से बाबाधाम आने के लिए कांवरियों का रेला लगा हुआ है. हालांकि, इससे पहले रविवार को कांवरियों की तादाद कम ही देखी गयी. सुबह पट खुलने तक कांवरियों की कतार पांच किमी बरमसिया तक लगी हुई थी.
कांवरियों से पटी अजगैवीनगरी
सुलतानगंज (भागलपुर) : सावन की तीसरी सोमवारी से एक दिन पहले लगभग तीन लाख कांवरियों ने गंगाजल भर कर बाबाधाम को प्रस्थान किया. अजगैवीनगरी में बोलबम के नारों से पूरा वातावरण गूंज रहा है.
बिहार-झारखंड के अलावा अन्य राज्यों और नेपाल से बड़ी संख्या में कांवरियों का लगातार आगमन हो रहा है. काफी संख्या में महिला, पुरुष व बच्चे कड़ी धूप के बावजूद भी बोलबम का नारा लगाते हुए चल रहे थे. इस बार तीसरी सोमवारी को नाग पंचमी भी है, इसलिए अत्यधिक भीड़ उमड़ने की संभावना है. इसे ध्यान में रखते हुए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है. जाम से निबटने के लिए मेला सहयोगियों को भी लगाया गया है.
12 हजार से अधिक डाकबम गये बाबाधाम : तीसरी सोमवारी पर जलार्पण के लिए सुलतानगंज में डाकबम की भारी भीड़ उमड़ी. इस बार 19 दिनों में सबसे अधिक संख्या में डाकबम ने गंगाजल उठाया. कृष्णगढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार 12536 डाकबमों ने पर्ची कटायी.
रविवार को दुम्मा टोल गेट में प्रति मिनट 165 कांवरिये कर रहे थे प्रवेश
सावन की तीसरी सोमवारी को बाबाधाम में उमड़ने वाली लाखों की भीड़ की धमक रविवार को कांवरिया पथ पर शाम चार बजे से ही दिखने लगी. झारखंड प्रवेश द्वार दुम्मा में कांवरियों का हुजूम शाम चार बजे से प्रवेश कर रहा था. दुम्मा से खिजुरिया तक पुलिस को सतर्क कर दिया गया है. तीन ओपी के डीएसपी ने सुरक्षा-व्यवस्था का जायजा लिया. तीसरी सोमवारी को जल चढ़ाने के लिए दुम्मा टोल गेट में प्रति मिनट 165 कांवरिये प्रवेश कर रहे थे, जिन्हें प्रवेश कार्ड दिया जा रहा था.
दोपहर दो बजे से शाम छह बजे तक 42,000 कांवरिये दुम्मा प्रवेश कर चुके थे. नागपंचमी को पड़ने वाली इस सोमवारी को जल चढ़ाने के लिए कांवरियों में पूरा उत्साह है. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए दुम्मा प्रशासनिक शिविर में दोपहर से सांस्कृतिक कार्यक्रम चलाया जा रहा था, जहां बड़े पैमाने पर कांवरियों ने विश्राम किया. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए दुम्मा व खिजुरिया गेट पर सभी प्रकार के वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गयी है.