पट खुलते ही भक्तों की मिट गयी थकान, बढ़ते गये कदम

जसीडीह :श्रावणी मेला की तीसरी सोमवारी को कांवरियों की कतार रविवार की रात में ही कुमैठा पहुंच गयी थी. नागपंचमी होने की वजह से प्रशासन कांवरियों की भीड़ की संभावना को लेकर पहले से ही मुस्तैद था. रविवार की रात जैसे ही जलार्पण के लिए बाबा मंदिर का पट बंद हुआ सोमवारी को जलार्पण के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 6, 2019 2:01 AM

जसीडीह :श्रावणी मेला की तीसरी सोमवारी को कांवरियों की कतार रविवार की रात में ही कुमैठा पहुंच गयी थी. नागपंचमी होने की वजह से प्रशासन कांवरियों की भीड़ की संभावना को लेकर पहले से ही मुस्तैद था. रविवार की रात जैसे ही जलार्पण के लिए बाबा मंदिर का पट बंद हुआ सोमवारी को जलार्पण के लिए कांवरियों को रूटलाइन में कतार में भेजा जाने लगा था.

डीसी राहुल कमार सिन्हा, एसपी नरेंद्र कुमार सिंह, एसडीपीओ विकास चंद्र श्रीवास्तव रात भर मॉनीटरिंग कर रहे थे. रात में कई बार बिजली गुल रहने के कारण कांवरियों को कतार में अंधेरे ही चलना पड़ा. सुबह मंदिर का पट खोलने से पहले तक कांवरिये कुमैठा में जमा हो चुके थे. सुबह पट खुलते ही प्रशासन ने कतार आगे बढ़ाना शुरू कर दिया. बोल बम के नारे के साथ कांवरिये आगे बढ़ते जा रहे थे. रूट लाइन में कई बार कांवरियों की कतार टूटती रही. कतार रोके जाने की वजह से कई बार भीड़ इकट्ठा होती जा रही थी.
भीड़ जमा हो जाने की वजह से कई बार कांवरिये चमारीडीह, सिंघवा, गोपालपुर के समीप खुले मैदान में आराम फरमाते देखे गये. मोटरसाइकिल एंबुलेंस से कई बेसुध व घायल कांवरियों को अस्थायी शिविर ले जाया जा रहा था. गर्मी होने की वजह से कांवरियों को राहत देने के लिए स्थानीय लोग भी घरों से निकले व कांवरियों के बीच पानी, शरबत आदि वितरण करते रहे. कई जगह लंबी कतार देख कांवरिये बीच में ही घुसपैठ की कोशिश भी करते दिखाई दिये, जिन्हें पुलिस बलों ने रोक दिया.

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