एसबीआइ का फर्जी लिंक भेजकर लोगों को निशाना बना रहे साइबर ठग

देवघर : मोहनपुर थाना क्षेत्र के घोरमारा, सनबदिया डुमरिया व बांक के साइबर ठग इन दिनों एसबीआइ का नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करने वाले वाले ग्राहकों को निशाना बना रहे हैं. साइबर ठग एसबीआइ के ग्राहकों को एसबीआइ का लिंक मैसेज के जरिये भेजकर बैंक का सारा डिटेल लेकर खाते से पैसा उड़ा रहा है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 9, 2019 1:29 AM

देवघर : मोहनपुर थाना क्षेत्र के घोरमारा, सनबदिया डुमरिया व बांक के साइबर ठग इन दिनों एसबीआइ का नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करने वाले वाले ग्राहकों को निशाना बना रहे हैं. साइबर ठग एसबीआइ के ग्राहकों को एसबीआइ का लिंक मैसेज के जरिये भेजकर बैंक का सारा डिटेल लेकर खाते से पैसा उड़ा रहा है.

साइबर ठगों द्वारा ग्राहकों को लिंक भेजने के बाद ग्राहक इसे बैंक का मैसेज समझकर जैसे ही इस लिंक को ओपेन करते हैं तो ग्राहक का आधार नंबर व बैंक खाता नंबर डिटेल साइबर ठग के पास पहुंच जाता है. डिटेल प्राप्त होते ही 15 सैकेंड के अंदर खाते से एक लाख रुपये तक की निकासी हो जा रही है.

पल भर में साइबर ठग फर्जी यूजर आइडी के जरिये खाेले गये बैंक खाते में पैसे का ट्रांसफर कर रहा है. इस ठगी का शिकार नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करने वाले ग्राहक हो रहे हैं. साइबर ठगी यह तकनीक के जरिये किसी इलाके के एसबीआइ ग्राहकों को अपना निशाना बना रहा है. पिछले दिनों घोरमारा के एक साइबर ठग ने 3.5 लाख रुपये नेट बैंकिंग के जरिये ठगी की है, जिसके बाद एसबीआइ प्रबंधन ग्राहकों को मैसेज के जरिये जागरूक कर रही है कि एसबीआइ ऐसा कोई भी लिंक अपने ग्राहकों को मोबाइल में मैसेज कर नहीं भेज रही है, यह पूरी तरह से फर्जी है.
इडी को भेजा जायेगा बऊआ की संपत्ति का ब्योरा : साइबर ठगी के पैसे से संपत्ति इकट्ठा करने वाले बऊआ नामक साइबर ठग की संपत्ति का ब्योरा मोहनपुर सीओ द्वारा एसडीओ के माध्यम से इडी को भेजी जायेगी. अंचल कार्यालय की टीम द्वारा बऊआ की संपत्ति समेत होटल का आकलन किया जा रहा है. इससे पहले आइडी को आकाश, सुभाष व लालू राणा की संपत्ति का ब्योरा इडी को भेजा जा चुका है. जामताड़ा व दुमका पुलिस सनबदिया डुमरिया के राजेश यादव, बांक के कमल किशोर, टेंपो मिर्धा, अर्जुन मंडल व किसन पूजहर की संपत्ति भी तलाश रही है.
एसबीआइ अपने ग्राहकों को कभी भी मोबाइल में मैसेज भेजकर ग्राहकों का डिटेल नहीं मांगती है. ग्राहकों को लिंक भेजकर बैंक को डिटेल मांगने की जरूरत ही नहीं है. नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करने वाले ग्राहक जब नेट बैंकिंग इस्तेमाल करेंगे तो अपना डिटेल खुद डाल लेंगे. ग्राहक को कभी बैंक से लिंक नहीं भेजा जाता है. इसके लिए ग्राहकों को मोबाइल से मैसेज कर जागरूक भी किया जा रहा है. किसी भी परिस्थिति में अपने खाते का डिटेल शेयर नहीं करना है.
– पंकज कुमार झा, रीजनल मैनेजर, एसबीआइ, देवघर

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