देवघर : मोहनपुर प्रखंड के आमगाछी गांव निवासी महेंद्र मोदी (60) की मौत हृदय गति रुकने से हो गयी. दरअसल, मोहनपुर अंचल स्थित बाराकोला मौजा में दाग नंबर 518 की जमीन की जांच बुधवार को सीओ के निर्देश पर शुरू हुई. जनसंवाद में सरकारी जमीन की शिकायत पर जांच के लिए सीआइ आदित्य कुमार व अमीन पहुंचे थे.
इस दौरान महेंद्र मोदी भी उक्त जमीन पर अपना दावा करने पहुंचे. जांच प्रक्रिया के दौरान जांच टीम ने दावेदार श्री मोदी से सभी दस्तावेज गुरुवार को अंचल कार्यालय में जमा करने को कहा. इसके बाद सभी उक्त स्थल से चले गये. महेंद्र मोदी भी शाम में अपने घर पहुंचे व संध्या करीब 6:30 बजे अचानक श्री मोदी की तबीयत बिगड़ी व उनकी मौत हो गयी. परिजन रोहित चौरसिया व सकलदीप चौरसिया का आरोप है कि महेंद्र मोदी की मौत सदमा लगने से हो गयी है, यह उनकी पैतृक जमीन है.
इस जमीन पर आयुक्त कोर्ट व सबजज कोर्ट से डिग्री भी है, बावजूद जनसंवाद में शिकायत की जांच में इस जमीन को सरकारी बताया जा रहा है, यह सदमा वे बर्दाश्त नहीं कर पाये. सकलदीप चौरसिया ने कहा कि महेंद्र मोदी ने पहले भी अपना दावा से संबंधित सारा दस्तावेज सीओ कार्यालय में सौंप दिया, बावजूद दोबारा दस्तावेज मांगकर उन्हें परेशान किया गया. 34 वर्षों से इस जमीन के लिए कानूनी मुकदमा लड़कर वे 2017 में आयुक्त काेर्ट से डिग्री प्राप्त किया था. लेकिन बार-बार प्रशासनिक जांच के नाम पर उन्हें परेशान किया गया व इस जमीन को जबरन सरकारी बताया जा रहा है.